Assam Flood Update: असम में भारी बारिश के बाद आई बाढ़ ने तबाही मचा रखी है और इसमें मरने वालों की संख्या 25 हो गई है. 20 लोगों की बाढ़ और 5 लोगों की भूस्खलन की वजह से मौत हुई है.
Death In Assam Flood: पूर्वोत्तर राज्य असम में मची भीषण तबाही में अब तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है और सवा सात लाख से ऊपर लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. जानकारी के मुताबिक इन 25 लोगों में से 20 लोगों की मौत बाढ़ की वजह से और 5 लोग भूस्खलन में मारे गए हैं. असम राज्य का बड़ा हिस्सा 13 मई से ही बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित है. इसके साथ ही राज्य में आई बाढ़ और भूस्खलन से पड़ोसी राज्य भी प्रभावित हुए हैं. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के मुताबिक कछार जिले के सिलचर में आई बाढ़ के पानी में डूबने से एक शख्स की मौत हो गई है.
दौनिक रिपोर्ट के मुताबिक राज्य का नागांव इलाका बाढ़ से सबसे बुरी तरह से प्रभावित है जहां 3 लाख 51 हजार लोग संकट से जूझ रहे हैं. इस समय राज्य में 1709 गांव जलमग्न हैं और 82503 हेक्टेयर में फैली फसल बर्बाद हो चुकी है.
केंद्र सरकार ने असम में राहत राशि नहीं पहुंचाई
तो वहीं कांग्रेस ने इस मामले पर केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा है कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया कोष के तहत मिलने वाली राहत राशि से असम को बीजेपी सरकार ने वंचित रखा है. असम में कांग्रेस नेता मनजीत महंत ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि एनडीआरएफ के तहत जहां गुजरात को साल 2021-22 में एक हजार करोड़ रुपये मिले वहीं असम को एक नया पैसा भी नहीं दिया गया. उन्होंने कहा कि बीजेपी कार्यकाल में साल 2018-19 और 2019-20 में केंद्र की ओर से असम को कुछ भी आवंटित नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि 2020-21 में असम को सिर्फ 44.37 करोड़ रुपये की धनराशि मिली है. उन्होंने मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा को लपेटे में लेते हुए कहा कि क्या मोदी सरकार की असमानता का समर्थन करने के लिए सीएम के पास कोई तर्क है.
रेलवे ने ट्रेने भी कर रखी हैं रद्द
असम में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश, बाढ़ और भूस्खलन के चलते भारतीय रेलवे ने राज्य में ट्रेनों को रद्द कर दिया है. असम में ट्रेन पटरियां जलमग्न हो चुकी हैं. इसलिए रेलवे ने जून महीने तक के लिए ट्रेनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है. उत्तर पूर्व सीमांत रेलवे के लमडिंग मंडल पर जलभराव व भूस्खलन के कारण भी यह निर्णय लिया गया है. इस कारण पड़ोसी राज्यों जैसे त्रिपुरा, मिजोरम, मणिपुर से सड़क और रेलवे मार्ग पूरी तरह कट चुका है.