जहां जनता हो, वहां नेता को अच्छा लगता है. जनता को संबोधित करना और अपनी विचारधारा से प्रभावित करना हर नेता और मंत्री का प्रमुख काम होता है. लेकिन कई बार जनता ऐसे नेताओं और मंत्रियों की एक नहीं सुनती और उलटा जूते-चप्पल लेकर उन्हें भागने पर मजबूर कर देती है.
जूते-चप्पल लेकर दौड़ रही यह भीड़ किसी आम इंसान को मारने के लिए नहीं दौड़ रही है, बल्कि एक नेताजी को मारने के लिए दौड़ रही है. नेताजी भी कोई ऐसे-वैसे नहीं, बल्कि राज्य के श्रम मंत्री (Labour Minister). घटना तेलंगाना की है. श्रम मंत्री एम.मल्ला रेड्डी (M Malla Reddy) एक मीटिंग में शामिल होने के लिए रविवार शाम तेलंगाना के घाटकेसर आए हुए थे.
मंत्री जी यहां गैर राजनीतिक समुदाय के प्लेटफॉर्म रेड्डी जागृति की तरफ से आयोजित बैठक में शामिल होने आए हुए थे. इस दौरान मंत्री एम. मल्ला रेड्डी पर कथित तौर पर वहां मौजूद कुछ लोगों ने जूते-चप्पल, पत्थर और कुर्सियों से हमला कर दिया. अचानक से मंच छोड़ने के बाद मंत्री जी को राज्य पुलिस किसी तरह वहां से बचाकर ले गई.
दरअसर इस कार्यक्रम में मल्ला रेड्डी राज्य के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (K Chandrashekhar Rao) की तारीफ कर रहे थे, जिसका कुछ लोगों ने विरोध किया. इसके बाद उन लोगों ने मल्ला रेड्डी मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए. मंत्री का भाषण खत्म होने के बाद कुछ लोगों ने मंत्री के काफिले पर कुर्सियां फेंकीं. हालांकि, पुलिस मंत्री जी को भीड़ के बीच से सुरक्षित बचा ले गई.
घाटकेसर के पुलिस इंस्पेक्टर एन. चंद्र बाबू ने मीडिया के सामने इस घटना की पुष्टि की. उन्होंने कहा, इस घटना के संबंध में हमें किसी तरह की कोई शिकायत नहीं मिली है. यदि कोई मामला दर्ज करवाना चाहे तो हम इस संबंध में केस दर्ज करेंगे. हालांकि, अभी तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है.
इधर मल्ला रेड्डी ने घोषणा की कि वह समुदाय की मांग के अनुसार मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव से रेड्डी कॉर्पोरेशन के गठन की मांग करेंगे.