IRCTC की ओर से रामायण सर्किट के दर्शन कराने वाली श्री रामायण यात्रा की शुरुआत आज हो रही है. इस यात्रा के दौरान पहली बार भारत से ट्रेन नेपाल तक जाएगी. यात्रियों को कुल 18 दिन का समय बिताना होगा जिसमें आठ राज्यों के अलावा नेपाल में भी श्रीराम जुड़े धार्मिक स्थलों के दर्शन कराए जाएंगे.
नई दिल्ली. रेल विभाग की टूरिज्म सेवा कंपनी IRCTC आज मंगलवार 21 जून से ‘श्री रामायण यात्रा’ की विशेष ट्रेन शुरू कर रहा है. स्वदेश दर्शन योजना के तहत इस ट्रेन के जरिये तीर्थयात्री 17 रातें और 18 दिन का सफर पूरा करेंगे. इस दौरान भगवान श्रीराम से जुड़े तीर्थस्थलों के दर्शन कराए जाएंगे.
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IRCTC यह आयोजन केंद्र सरकार की महात्वाकांक्षी योजना देखो अपना देश के तहत टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए कर रही है. IRCTC के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक अजीत कुमार सिन्हा ने कहा, यह भारतीय रेल के इतिहास में पहली बार है जब भारत से कोई ट्रेन नेपाल तक जाएगी. इसके जरिये दो धार्मिक स्थलों अयोध्या और जनकपुरी को जोड़ा जाएगा.
कितने रुपये का आएगा खर्च
यह पूरी यात्रा करीब 8 हजार किलोमीटर की होगी, जिसमें नेपाल के साथ देश के 8 राज्यों को कवर किया जाएगा. यात्रा की शुरुआत दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से होगी. ट्रेन में यात्री थर्ड एसी की बर्थ पर सफर करेंगे जिसका एक यात्री पर कुल खर्च 71,820 रुपये आएगा. दो लोगों का एकसाथ टिकट लेने पर खर्च 62,370 रुपये हो जाएगा जबकि 5-11 साल के बच्चों का टिकट 56,700 रुपये है.
कहां-कहां से गुजरेगी ट्रेन
यात्रा के दौरान ट्रेन यूपी, बिहार, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश से गुजरेगी व राम जुड़े तीर्थ स्थलों के दर्शन कराएगी. ट्रेन में करीब 600 यात्री सफर कर सकते हैं और टिकट की बुकिंग IRCTC की वेबसाइट से की जा सकती है. सफर के दौरान यात्रियों को अयोध्या, जनकपुरी, सीतामढ़ी, बक्सर, वाराणसी, प्रयागराज, श्रींगवेरपुर, चित्रकूट, नासिक, हम्पी, रामेश्वरम, कांचीपुरम और भद्राचलम (दक्षिण का आयोध्या) के दर्शन कराए जाएंगे.
टिकट के साथ मिलेंगी ये सुविधाएं
यात्रियों को 3AC में सफर के साथ रात बिताने के लिए स्टैंडर्ड होटल में एसी रूम दिया जाएगा. ट्रेन के भीतर और बाहर सभी यात्रियों को भोजन उपलब्ध कराया जाएगा. यह व्यवस्था बढि़या क्वालिटी वाले रेस्तरां अथवा होटल में की जाएगी. सभी जगहों पर घुमाने के लिए बस का प्रबंध किया जाएगा. सफर के दोरान सभी यात्रियों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाएगा.
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इन तीर्थस्थलों का मिलेगा दर्शन
यात्रियों को 8 राज्यों में स्थित दर्जन भर से ज्यादा तीर्थ स्थलों के दर्शन कराए जाएंगे. इसमें राम जन्मभूमि, हनुमान गढ़ी, सरयू घाट, भरत-हनुमान मंदिर, भरत कुंड, रामजानकी मंदिर, जानकी मंदिर, पुनौराधाम, रामरेखा घाट, रामेश्वर नाथ, तुलसी मानस मंदिन, संकट मोचन मंदिर, विश्वनाथ मंदिर, गंगा आरती, सीता समाहित स्थल, सीता माता मंदिर, भारद्वाज आश्रम, गंगा-यमुना संगम, हनुमान मंदिर, शृंगी ऋषि समाधि और शांति देवी मंदिर, राम चौरा, गुप्त गोदावरी, रामघाट, सती अनुसुया मंदिर, त्रयंबकेश्वर मंदिर, पंचवटी, सीतागुफा, कालाराम मंदिर, अंजनाद्री हिल, विरुपक्ष मंदिर, विट्ठल मंदिर, रामनाथ स्वामी मंदिर, धनुषकोठि, विष्णु कांची, शिवा कांची और कामाख्यी अम्मान मंदिर, श्री सीताराम स्वामी मंदिर, अंजनी स्वामी मंदिर शामिल होंगे.