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विदेश गए भारतीय कम खर्च में भेज पाएंगे देश में पैसा, NPCI तैयार कर रहा इंटरनेशनल पेमेंट सिस्‍टम

NPCI इंटरनेशनल पेमेंट सिस्‍टम तैयार करने में जुटा है. इसकी मदद से विदेश में रह रहे भारतीय कम खर्च में आसानी से भारत पैसे भेज पाएंगे. पिछले साल विदेश में रह रहे भारतीयों ने 87 अरब डॉलर भारत भेजे थे. यह दुनिया में दूसरे देशों में रह रहे लोगों की तरफ से अपने देश भेजा जाने वाली सबसे बड़ी राशि है.

नई दिल्‍ली. विदेश में रह रहे करोड़ों भारतीयों के लिए भारत में अपने परिजनों को पैसा भेजना जल्दी ही बहुत आसान होने वाला है. वे तुरंत अपने परिजनों के अकाउंट में विदेश से कम खर्च में पैसा भेज सकेंगे. यही नहीं, विदेश में बसे इंडियन बहुत छोटी अमाउंट भी भारत भेज सकेंगे. यह संभव होगा एनपीसीआई (National payment corporation Of India – NCPI) के इंटरनेशनल पेमेंट सिस्‍टम से. एनपीसीआई अपने इंटरनेशनल (NPCI International) पेमेंट सिस्‍टम को जल्‍द से जल्‍द लॉन्‍च करने के लिए बड़े स्‍तर पर प्रयास कर रही है.

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विदेश में करीब 3.2 करोड़ भारतीय रहते हैं. वो हर साल बड़ी रकम देश में अपने परिवार को भेजते हैं. विश्‍व बैंक के मुताबिक, पिछले साल विदेश गए भारतीयों ने 87 अरब डॉलर भारत भेजे थे. यह दुनिया में दूसरे देशों में रह रहे लोगों की तरफ से अपने देश भेजा जाने वाली सबसे बड़ी राशि है. अभी विदेश से इंडिया पैसे भेजना बहुत महंगा है. हर 200 डॉलर भेजने पर औसतन 13 डॉलर का खर्च आता है.

हो रहा है नया सिस्‍टम तैयार
मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एनपीसीआई विदेश से भारत पैसा भेजने के लिए एक सस्‍ता और सरल सिस्‍टम तैयार करने में जुटा है. NPCI International के सीईओ रितेश शुक्ला ने कहा, “हमने भारत में बहुत हद तक नकदी का इस्तेमाल घटा दिया है. अब हम इस सफलता को विदेश से अपने देश में पैसे भेजने के लिए दोहराना चाहते हैं. हमारे इस सिस्टम के जरिए विदेश में रह रहे भारतीय सीधे अपने परिवार के बैंक खातों में पैसे भेज सकेंगे.”

एनसीपीआई UPI प्लेटफॉर्म को दूसरे देशों के पेमेंट ट्रांसफर सिस्टम से जोड़ने जा रहा है. इसके लिए कई देशों की सरकारों, फिनटेक कंपनियों और सर्विस प्रोवाइडर्स से बातचीत चल रही है. शुक्ला ने कहा कि हमारा मकसद ट्रांजेक्शन खर्च घटाना है. यही नहीं, एनसीपीआई इंटरनेशनल की मदद से छोटे-छोटे ट्रांजेक्‍शन भी किए जा सकेंगे.

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अभी होता है SWIFT का इस्‍तेमाल  
अभी एक देश से दूसरे देश में पैसे भेजने के लिए SWIFT का इस्तेमाल होता है. SWIFT का मुख्यालय बेल्जियम में है. दुनियाभर के बैंक इस सिस्टम का इस्तेमाल करते हैं. भारत में फिलहाल UPI प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल 330 बैंक और 25 ऐप करते हैं. इनमें गूगल पे और वॉट्सऐप भी शामिल हैं.

moneyHop के सीईओ मयंक गोयल ने कहा, “इससे पेमेंट की दुनिया में बहुत बड़ा बदलाव आने जा रहा है.” मनीहोप एक बैंकिंग ऐप है, जो एक देश से दूसरे देश में पैसे भेजने की सुविधा देता है. यह SWIFT नेटवर्क का इस्तेमाल करता है. गोयल ने कहा कि उनकी कंपनी अपने ऐप को UPI प्लेटफॉर्म के साथ जोड़ेगी. इससे दूसरे देशों में पैसे भेजना आसान हो जाएगा.

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