सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम नहीं चाहते कि सरकारी स्कूल के बच्चे अंग्रेजी बोलने में पीछे रहे. उन्होंने कहा कि अगले एक साल में पहले चरण में हम 50 केंद्रों पर एक लाख छात्रों को स्पोकन इंग्लिश में प्रशिक्षित करेंगे. अंग्रेजी सीखने के लिए बच्चों से कोई शुल्क नहीं ली जाएगी, लेकिन शुरुआत में 950 रुपये सिक्युरिटी डिपॉजिट के रूप में लिए जाएंगे, जो कोर्स पूरा होने पर वापस कर दिए जाएंगे.
हाइलाइट्स
अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया कि दिल्ली में 50 केंद्रों पर एक लाख छात्रों को स्पोकन इंग्लिश में प्रशिक्षित करेंगे.
उन्होंने बताया कि इस कोर्स के लिए मैकमिलन और वर्ड्सवर्थ के साथ टाई-अप किया है.
यह कोर्स मुफ्त होगा, बस 950 की सिक्युरिटी डिपॉजिट रखवाई जाएगी, जो वापस कर दी जाएगी.
नई दिल्ली. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेस करके राज्य के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए एक बड़ा ऐलान किया. उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार अंग्रेजी में कमजोर और खराब संचार कौशल वाले छात्रों के लिए स्पोकन इंग्लिश कोर्स शुरू कर रही है.
सीएम केजरीवाल ने कहा कि हम नहीं चाहते कि सरकारी स्कूल के बच्चे अंग्रेजी बोलने में पीछे रहे. उन्होंने कहा कि अगले एक साल में पहले चरण में हम 50 केंद्रों पर एक लाख छात्रों को स्पोकन इंग्लिश में प्रशिक्षित करेंगे, जिसका बाद में विस्तार किया जाएगा. यह दिल्ली स्किल एंड एंटरप्रेन्योरशिप यूनिवर्सिटी की ओर से पेश किया जाएगा.
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने बताया कि यह एक अंतरराष्ट्रीय मानक का पाठ्यक्रम होगा. उन्होंने कहा, ‘हमने मैकमिलन और वर्ड्सवर्थ के साथ टाई-अप किया है और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय मूल्यांकन के प्रभारी होंगे’. उन्होंने बताया कि यह इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स 3-4 महीने की अवधि का होगा, जिसमें प्रवेश के लिए 18-35 वर्ष आयु वर्ग के युवा पात्र होंगे. ऐसे बच्चे को नौकरी या पार्ट टाइम जॉब कर रहे हैं, तो उनके लिए वीकेंड और ईवनिंग कोर्स की भी व्यवस्था होगी.
केजरीवाल ने इसके साथ ही बताया कि, ‘अंग्रेजी सीखने के लिए बच्चों से कोई शुल्क नहीं ली जाएगी, यह निःशुल्क पाठ्यक्रम होगा, लेकिन शुरुआत में 950 रुपये सिक्युरिटी डिपॉजिट के रूप में लिए जाएंगे, ताकि ऐसा न हो कि एडमिशन के बाद वे इसे गंभीरता से न लें.’ उन्होंने बताया कि कोर्स खत्म होने पर सभी छात्र को 950 रुपये वापस दे दिए जाएंगे. ऐसा इसलिए किया जा रहा है कि ताकि कोई सीट खराब न हो.