एक तरफ तो रिटर्न भरने की अंतिम तिथि नजदीक आ रही है तो दूसरी ओर करदाता डेडलाइन बढ़ाए जाने की उम्मीद में बैठे हैं. इसे लेकर ट्विटर पर भी अभियान चल रहा कि अंतिम तारीख बढ़ाई जाए. बीच टैक्स एक्सपर्ट ने आयकर विभाग के संदेशों के मायने मतलब निकाले हैं, जिनसे कई बातें सामने आ रही हैं.
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नई दिल्ली. वित्तवर्ष 2021-22 के लिए आयकर रिटर्न भरने की डेडलाइन खत्म होने में बस दो दिन बचे हैं. अगर आप भी डेडलाइन बढ़ने के इंतजार में हैं और अभी तक रिटर्न नहीं भरा है तो हो सकता है कि आप बड़ा जोखिम उठा रहे हों.
इनकम टैक्स एक्सपर्ट ने आयकर विभाग की ओर से जारी संदेशों को डिकोड करने की कोशिश की और उससे कुछ राहत भरी बातें भी सामने आ रही हैं. हालांकि, एक्सपर्ट का पूरा जोर इसी बात पर है कि करदाताओं को तय समय यानी 31 जुलाई से पहले अपना रिटर्न हर हाल में भर देना चाहिए. आयकर विभाग ने भी अपने हालिया ट्वीट में करदाताओं से लेट फीस और जुर्माने से बचने के लिए जल्द टैक्स जमा करने की अपील की है.
एक्सपर्ट क्यों बता रहे पॉजिटिव संकेत
टैक्स एक्सपर्ट का कहना है कि आकलन वर्ष 2021-22 में कुल 6.68 करोड़ रिटर्न भरे गए थे, जिसमें से सितंबर 2021 तक ऑडिट किए आईटीआर की संख्या 5.70 करोड़ थी. अगर अहम 28 जुलाई तक दाखिल किए गए कुल आईटीआर की संख्या देखें तो अभी यह पिछले साल से 1.7 करोड़ पीछे है. लिहाजा इस बड़े गैप को भरने के लिए सरकार डेडलाइन को बढ़ा सकती है. इसके अलावा अन्य कोई कारण नजर नहीं आता जिसके लिए रिटर्न भरने की डेडलाइन बढ़ाई जाए.
अन्य एक्सपर्ट का कहना है कि अगर 28 जुलाई को भरे गए रिटर्न की संख्या देखें तो यह 36 लाख थी और अभी तीन दिन बाकी थे. इसका मतलब हुआ कि डेडलाइन तक रिटर्न भरने वालों की संख्या आसानी से 5 करोड़ पार कर जाएगी .अगर हम पिछले साल के आखिरी दिन के आंकड़े देखें तो करीब 50 लाख करदाताओं ने रिटर्न भरा था. इसका मतलब हुआ कि इस भी कुल आईटीआर की संख्या 5.50 करोड़ तक जा सकती है. ऐसा होता है तो डेडलाइन बढ़ने की संभावना कम होगी.
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आयकर विभाग एक ही बेस पर अपनी डेडलाइन बढ़ाने का विचार कर सकता है, जबकि पोर्टल पर कोई बड़ी तकनीकी खामी आए, लेकिन अभी तक पोर्टल अच्छा चल रहा और कुछ एक मामलों को छोड़कर तकनीकी समस्या की खास रिपोर्ट नहीं आई है. ऐसे में डेडलाइन बढ़ने के कयास लगाना दूर की कौड़ी लग रहा है.