Pakistan Flood 2022: पाकिस्तान (Pakistan) का बलूचिस्तान (Balochistan) प्रांत बाढ़ (Flood) से बुरी तरह प्रभावित हुआ है. यहां खाने-पीने के सामान की भी किल्लत हो गई है. कई जगहों पर रेल पटरियां जलमग्न हो गई हैं.
Pakistan Flood Update: पाकिस्तान (Pakistan) में मानसूनी बारिश (Monsoon Rain) के बाद आई बाढ़ (Flood) से त्राहिमाम मच गया है. इसका सबसे ज्यादा असर पाकिस्तान के बलूचिस्तान (Balochistan) प्रांत में देखने को मिला है. पाकिस्तान में आई बाढ़ के कारण 320 लोगों की मौत हो गई है. इस बीच, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) ने भी बाढ़ का प्रकोप सबसे ज्यादा झेल रहे बलूचिस्तान प्रांत का दौरा किया. हालांकि, पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ ने लोगों से उनको दोबारा बसाने का वादा किया है. बता दें कि अकेले बलूचिस्तान में बाढ़-बारिश के कारण 127 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है.
बलूचिस्तान में हुई खाने-पीने के सामान की किल्लत
बता दें कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ बाढ़ से प्रभावित बलूचिस्तान प्रांत का दौरा करने पहुंचे थे. यहां उन्होंने बाढ़ की मार झेल रहे लोगों से मुलाकात की और उन्हें हर संभव मदद देने का भरोसा दिया. जान लें कि बाढ़ आने के बाद बलूचिस्तान में खाने-पीने के सामान की भी किल्लत हो गई है. लोग जरूरी खाने-पीने का सामान खरीदने के लिए अपने घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं.
यहां 127 लोगों ने गंवाई जान
जान लें कि बलूचिस्तान में भारी बारिश और उसके चलते अचानक आई बाढ़ से 127 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. शनिवार को क्वेटा (Quetta) का दौरा करने के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने देश में पिछले पांच हफ्ते से जारी बारिश और बाढ़ में जान गंवाने वाले और विस्थापित होने वाले लोगों के लिए मुआवजा पैकेज देने का ऐलान किया.
नदियों का जलस्तर बढ़ा
गौरतलब है कि मध्य जून से हो रही मानसूनी बारिश की वजह से पाकिस्तान में नदियों का जलस्तर बढ़ गया है, जबकि पुल और नेशनल हाईवे को भारी नुकसान पहुंचने से वाहनों की आवाजाही भी प्रभावित हुई है. कई जगहों पर रेल पटरियां जलमग्न हो गई हैं, जिससे पाकिस्तान और ईरान के बीच ट्रेन सेवा भी प्रभावित हुई है.
पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ ने कहा कि बलूचिस्तान में लगभग 13,000 घर या तो आंशिक या फिर पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं. इसके अलावा पाकिस्तान का सिंध प्रांत भी बाढ़ से प्रभावित हुआ है. बाढ़ का असर कराची में भी दिखाई दिया. यहां अब तक कम से कम 70 लोगों की मौत हो चुकी है.
राष्ट्रीय एवं प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (National and Provincial Disaster Management Authority) के मुताबिक, खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में भी करीब 60 और पंजाब प्रांत में भी करीब 50 लोग बाढ़-बारिश की वजह से जान गंवा चुके हैं.