करीब 6 महीने पहले की बात है। दिल्ली में ‘द कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री’ (CII) का कार्यक्रम था। दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला ने दार्शनिक अंदाज में 3 ‘म’ को लेकर भविष्यवाणी की थी। भविष्यवाणी ये कि इन तीन ‘म’ के बारे में कोई सटीक भविष्यवाणी ही नहीं कर सकता। ये तीन ‘म’ थे मौसम, मौत और मार्केट। आज अचानक राकेश झुनझुनवाला की मौत की खबर आई। दिग्गज निवेशक 6 महीने पहले कई गई अपनी ही भविष्यवाणी को सच कर सबको रुला गए।
इसी साल फरवरी में राकेश झुनझुनवाला ने सीआईआई के कार्यक्रम में कहा था कि मौसम, मौत और मार्केट के बारे में कोई भी भविष्यवाणी नहीं कर सकता। कब मौसम बदल जाए, कब मौत आ जाए और कब मार्केट की चाल बदल जाए, ये कोई नहीं कह सकता। वैसे कार्यक्रम में झुनझुनवाला ने एक और ‘म’ की भी बात की थी जिसके बारे में कोई पूर्वानुमान नहीं लगा सकता। वह थी ‘महिला’। यानी ‘मौसम, मौत, मार्केट और महिला’ के बारे में कोई पूर्वानुमान नहीं लगा सकता।
कार्यक्रम में झुनझुनवाला ने कहा कि स्टॉक मार्केट का कोई किंग नहीं होता। जो खुद को किंग समझते थे वे आर्थर रोड जेल पहुंच गए। उन्होंने कहा था कि मौसम, मौत, मार्केट और महिला के बारे में कोई भी पूर्वानुमान नहीं लगा सकता, भविष्यवाणी नहीं कर सकता। दिग्गज निवेशक ने कहा, ‘मार्केट एक महिला की तरह है, हमेशा प्रभावशाली, रहस्यमय, अनिश्चित और नाजुक। आप कभी भी किसी महिला पर वर्चस्व नहीं बना सकते और इसी तरह आप कभी भी मार्केट पर हावी नहीं हो सकते।’
राकेश झुनझुनवाला का जन्म पांच जुलाई 1960 को मुंबई में हुआ था। उनके पिता इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में अधिकारी थे और शेयर मार्केट में निवेश किया करते थे। वहीं से उनको शेयर बाजार में पैसा लगाने का चस्का लगा।
झुनझुनवाला ने पहली बार 1985 में शेयर बाजार में कदम रखा था। उन्होंने 5 हजार रुपये का निवेश किया और 1986 में अपना पहला मुनाफा कमाया। उन्होंने टाटा टी के शेयर 43 रुपये के भाव पर खरीदे और तीन महीने बाद 143 रुपये प्रति शेयर के भाव से बेच दिए। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। उसके बाद जो कुछ भी हुआ वह भारतीय बाजार के पन्नों पर सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा।