Rajasthan Corona Update: राजस्थान में कोरोना एक बार फिर से डराने लग गया है. प्रदेशभर में कोरोना के लगातार केस आने से महज 15 दिन में एक्टिव केसेज की संख्या 4586 तक पहुंच गई है. बीते 15 दिनों में राजस्थान में साढ़े सात हजार से ज्यादा पॉजिटिव केस (Positive case) सामने आ चुके हैं. वहीं कोरोना पीड़ित 11 लोगों की मौत हो चुकी है.
जयपुर. राजस्थान में कोरोना (Corona) एक बार फिर तेजी से पैर पसारने लगा है. मौसमी बीमारियों के दौर में अगस्त के महीने में ही राजस्थान में कोरोना के साढ़े सात हजार से अधिक पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं. इस दौरान कोरोना पीड़ित 11 लोगों की मौत हो चुकी है. राजस्थान में वर्तमान में एक्टिव केसेज की संख्या साढ़े चार हजार से ज्यादा बनी हुई है. वर्तमान में राजस्थान में जयपुर और अलवर कोरोना के हॉट स्पॉट (Jaipur and Alwar became hot spots) बने हुये हैं. इन दो जिलों में कोराना के सबसे ज्यादा केस रिपोर्ट किए जा रहे हैं.
राजस्थान में बढ़ते कोरोना केसेज ने चिंताएं बढा दी है. अस्पतालों में मौसमी बीमारियों के मामलों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. उनके साथ ही कोरोना केसेज भी हर रोज बढ़ रहे हैं. अगस्त के महीने में राजस्थान में साढ़े सात हजार से ज्यादा पॉजिटिव केस रिपोर्ट किए जा चुके हैं. इस महीने में सबसे ज्यादा केस 14 अगस्त को रिपोर्ट हुये हैं. 14 अगस्त को एक ही दिन में आठ सौ से अधिक पॉजिटिव केस सामने आये थे. कोरोना के लगातार बढ़ रहे आंकड़ाें पर स्वास्थ्य विभाग चिंतित तो रहा है लेकिन इसकी रोकथाम के लिये कोई अतिरिक्त प्रयास नहीं कर रहा है.
कोरोना का डेली रिपोर्ट कार्ड
1 अगस्त-295
2 अगस्त-300
3 अगस्त-343
4 अगस्त-413
5 अगस्त-431
6 अगस्त-600
7 अगस्त-600
8 अगस्त-552
9 अगस्त-580
10 अगस्त-613
11 अगस्त-658
12 अगस्त-438
13 अगस्त-537
14 अगस्त-882
15 अगस्त-401
राजधानी जयपुर में 1497 हुये एक्टिव केस
राजस्थान के स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार 15 अगस्त तक प्रदेश में एक्टिव केसों की संख्या 4586 है. सबसे ज्यादा एक्टिव केस राजधानी जयपुर में 1497 हैं. इसके अलावा अलवर में 722, भरतपुर में 348, उदयपुर में 534, नागौर में 103, जोधपुर में 127, दौसा में 148, चित्तौड़गढ़ में 182 और अजमेर में 190 एक्टिव केस हैं.
लोगों ने छोड़ा कोरोना प्रोटोकॉल
राजस्थान में कोरोना संक्रमण की तेजी बढ़ती स्पीड के बावजूद अभी तक इसकी रोकथाम के लिये कोई अतिरिक्त प्रयास नजर नहीं आ रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग केवल आंकड़े ही गिनाने में लगा है. वहीं आमजन भी कोरोना प्रोटोकॉल को लेकर बेजा लापरवाह हो रहा है. हालात ये हैं कि भीड़भाड़ वाले इलाकों में भी लोगों के चेहरों पर मास्क नजर नहीं आते हैं. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक कोरोना प्रोटोकॉल की पालना नहीं होने के कारण दिन प्रतिदिन हालात बिगड़ रहे हैं.