नई दिल्ली. लगातार घाटे में चल रही पेटीएम (Paytm) की पेरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (One97 Communications) सितंबर 2023 तक मुनाफे में आ जाएगी. यह दावा किया है पेटीएम के सीईओ विजय शेखर शर्मा ने. कंपनी की वार्षिक आम बैठक (AGM) में उन्होंने कहा कि पेटीएम मैनेजमेंट कंपनी को प्रॉफिट में लाने का लगातार प्रयास कर रहा है और जल्द ही परिणाम सामने आएंगे.
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मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, शर्मा ने कहा कि कंपनी शेयरों की कीमतों को प्रभावित करने की कोशिश नहीं करती. शर्मा ने कहा कि 2018-19 तक कंपनी विस्तार के चरण में थी. इसने 2019-20 से मुनाफा कमाने पर फोकस किया है. अगले साल सितंबर में खत्म होने वाली तिमाही में कंपनी प्रॉफिट में आ जाएगी. वित्त वर्ष 23 की पहली तिमाही में पेटीएम का घाटा बढ़कर ₹644 करोड़ हो गया, जो पिछले साल की इसी तिमाही में ₹380.2 करोड़ था. इसी अवधि में कंपनी राजस्व 86% बढ़ गया है. पेटीएम के शेयर शुक्रवार को 771.85 पर बंद हुए. पिछले एक महीने में शेयर 4.66 फीसदी चढ़े हैं.
क्यों गिर रहे हैं शेयर?
एजीएम में निवेशकों ने शर्मा से काफी कड़े सवाल भी किए. कंपनी के शेयरों में लगातार गिरावट आने का कारण बताते हुए शर्मा ने कहा,”मैक्रो, माइक्रो, इंटरनेशनल इनवेस्टर्स और कई दूसरे सेंटीमेंट्स शेयरों की कीमतों पर बड़ा असर डालते हैं.” शर्मा ने कहा कि मैनेजमेंट कोशिश कर रहा है कि कंपनी मुनाफा कमाना शुरू कर दे. बिजनेस के विस्तार के लिए अच्छा प्रॉफिट जरूरी है.
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बिजनेस मॉडल पर जताया भरोसा
एजीएम में कुछ शेयरधारकों ने कंपनी के बिजनेस मॉडल में भरोसा जताया, जबकि कुछ ने शेयरों की कीमतों में आई गिरावट से हुए नुकसान पर नाखुशी जताई. मनजीत सिंह नाम के एक शेयरहोल्डर ने कहा कि पेटीएम का बिजनेस मॉडल अच्छा है और ब्रांड भी हर जगह दिखता है, लेकिन शेयर की कीमतें आईपीओ के लेवल से बहुत नीचे आ चुकी. उन्होंने कहा कि कंपनी को इस बारे में सोचना चाहिए. एक अन्य शेयरधारक ने पूछा कि कंपनी कब तक लॉस से उबर जाएंगी. उन्होंने यह भी पूछा कि वे कौन लोग हैं, जिन्होंने कंपनी के शेयर की वैल्यू 2150 रुपये तय की थी.
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अधिग्रहण का इरादा नहीं
कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) मधुर देवड़ा ने कहा कि लघु और मध्यम अवधि में कंपनी की अधिग्रहण करने की कोई योजना नहीं है. देवड़ा ने कहा कि कंपनी के लिए अधिग्रहण की तुलना में बड़े पैमाने पर निर्माण करना आसान है.