Mosquito Bites: अगर आपको लगता है कि आप मच्छरों का मनपसंद शिकार हैं तो आप गलत नहीं हैं. यहां जान लीजिए क्यों मच्छर हाथ धोकर आपके पीछे ही पड़े रहते हैं.
Mosquito Target: अगर आपको लगता है कि मच्छर हर जगह आपको ही ढूंढ-ढूंढकर काटते हैं या आपके पीछे पड़े रहते हैं तो आप बिल्कुल भी गलत नहीं हैं. मच्छर लोगों की भीड़ में भी खासतौर से आपको ही खाते हैं और इसके पीछे आपका वहम नहीं बल्कि कई कारण हैं. स्टडीज बताती हैं कि मच्छरों (Mosquitoes) का आपको सबसे ज्यादा काटने के पीछे क्या कारण हैं जोकि आपको हैरान कर सकते हैं. हालांकि, यहां मामला मीठे या कड़वे खून का नहीं है बल्कि कई अलग चीजे हैं. आप भी जान लीजिए इसकी असल वजह.
कुछ लोगों को ज्यादा क्यों काटते हैं मच्छर | Why Mosquitoes Bite Some People More
ब्लड टाइप
कई स्टडीज का कहना है कि ब्लड टाइप O को ज्यादा मच्छर काटते हैं. मच्छर इस ब्लड ग्रूप से ज्यादातर आकर्षित होते हुए देखे गए हैं. वहीं, मेटाबॉलिक रेट भी मच्छरों की पसंद को प्रभावित करता है. प्रेग्नेंट औरतों और मोटे लोगों का मेटाबॉलिक रेट ज्यादा होता है जिस चलते मच्छर उन्हें ज्यादा काटते हैं.
पसीना और महक
मच्छर खुशबू-बदबू सब सूंघ सकते हैं. उन्हें लैक्टिक एसिड, अमोनिया और अन्य कंपाउंड्स की भी पहचान होती है जो पसीने के माध्यम से शरीर से निकलते हैं. अगर मच्छरों को आपके शरीर से आ रही गंध (Body Odour) अच्छी लगेगी तो वे आपको ज्यादा काट सकते हैं.
स्किन
स्किन के ऊपर मौजूद बैक्टीरिया मच्छरों के लिए आमंत्रण होता है. कई रिसर्च कहती हैं कि व्यक्ति के शरीर पर जितने बैक्टीरिया होंगे उतने ही मच्छर उसकी तरह आएंगे. इस चलते भी मच्छर ज्यादातर पैरों में काटते हैं क्योंकि वहां बैक्टीरिया (Bacteria) ज्यादा देखे जाते हैं.
गैस
कार्बनडाइऑक्साइड ऐसी गैस है जिसकी मच्छरों को पहचान है. इसके साथ ही, मच्छर 5 से 15 मीटर दूर से भी मच्छर अपने निशाने को पहचान लेते हैं. जो लोग जितनी लंबी सांसे लेते हैं यानी कार्बनडाइऑक्साइड प्रोड्यूस करते हैं, उतने ही मच्छर उनकी तरफ आकर्षित होते हैं.