Anxiety symptoms, Treating Anxiety Naturally: हमारी तेजी से बदलती जीवनशैली में लगभग हर कोई कभी न कभी एंग्जाइटी का शिकार हो जाता है. किसी को यह काफी हल्की होती है लेकिन किसी किसी को यह कई दिनों, कई महीनों और कई साल तक के लिए भी हो सकती है.
Anxiety symptoms, Treating Anxiety Naturally: पिछले कुछ वक्त में आपने एंग्जाइटी का काफी नाम सुना होगा. हो सकता है कि आपको लगता हो कि यह एक सामान्य बीमारी है लेकिन ऐसा नहीं है. अक्सर लोग एंग्जाइटी को हल्के में ले लेते हैं और भविष्य में यह डिप्रेशन जैसी कई गंभीर बीमारियों को जन्म दे देती है. आजकल यह बीमारी युवा लोगों को तेजी से फैल रही है. एंग्जाइटी एक तरह की बैचीनी और चिंता वाली बीमारी है जिसमें पीड़ित हर वक्त किसी न किसी बात से परेशान रहता है.
हमारी तेजी से बदलती जीवनशैली में लगभग हर कोई कभी न कभी एंग्जाइटी का शिकार हो जाता है. किसी को यह काफी हल्की होती है लेकिन किसी किसी को यह कई दिनों, कई महीनों और कई साल तक के लिए भी हो सकती है. हेल्थलाइन की खबर के अुसार अगर आप छोटी छोटी बात पर घबरा जाते हैं, सामान्य सी बात पर भी आप बेचैन हो जाते हैं, आपकी दिल की धड़कन बढ़ जाती है तो आप एंग्जाइटी डिसऑर्डर से ग्रसित हैं. यह एक तरह की मानसिक बीमारी है.
एंग्जाइटी की समस्या को दूर करने के लिए वैसे तो आप हेल्थ एक्सपर्ट की सलाह से कुछ दवाई ले सकते हैं लेकिन अगर आप डॉक्टर के पास नहीं जाना चाहते तो कुछ ऐसे प्राकृतिक उपाय है जिनसे आप इसे दूर कर सकते हैं.
हर रोज व्यायाम करें
एंग्जायटी को दूर करने का सबसे आसान और प्राकृतिक उपाय है योग करना. नियमित व्यायाम केवल शारीरिक स्वास्थ्य के लिए ही नहीं बल्कि यह आपके मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी बहुत बड़ी मदद हो सकती है. एंग्जाइटी को दूर करने के लिए योग किसी दवा से कम नहीं है. यह आपके दिमाग को दूसरी चीजों से हटाता है और आपके मस्तिष्क को रिलैक्स फील कराता है. योग आपके दिमाग की नसों को शांत करके मानसिक शांति देता है.
अरोमाथेरेपी
एरोमाथेरेप एंग्जाइटी की समस्या को दूर करने के लिए काफी कारगर तरीका है. यह थेरेपी में कई तरह की अलग अलग खुशुबू का प्रयोग किया जाता है जो कि आपके दिमाग के कुछ रिसेप्टर्स को सक्रिय करके एंग्जाइटी के लक्षणों को कम करने में मदद करती हैं.
एल्कोहल का सेवन न करें
अगर आप एंग्जाइटी की समस्या से पीड़ित हैं तो आपको धूम्रपान और शराब का सेवन पूरी तरह से बंद करना होगा. आपको ऐसा लग सकता है कि जब आप चिंता में होते हैं तो शराब या धूम्रपान करने से आपको राहत मिलती है लेकिन धीरे धीरे आपको इसकी लत लग जाएगी जो कि आपके मानसिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है.
बाहर घूमने जाएं
अक्सर कई दिनों तक एक ही जगह पर रहने से आपके मन और दिमाग में तरह तरह के ख्याल आने लगते हैं. कई बार लोग घुटन भी महसूस करने लगते हैं इसलिए जरूरी है कि आप कहीं बाहर घूमने जाएं. संभव हो तो दोस्तों के साथ ट्रिप का भी प्लान करें. यह आपको पुराने ख्यालों को भूलने में मदद करेगा.
म्यूजिक को बनाएं अपना दोस्त
संगीत एक ऐसा माध्यम है जिसकी मदद से कई तरह के मानसिक रोगों को दूर किया जा सकता है. एंग्जाइटी समस्या में यह आपकी बहुत बड़ी मदद कर सकता है. आप जब भी अकेलापन महसूस करें या फिर बेचैनी महसूस करें तो संगीत सुन सकते हैं. हल्का म्यूजिक आपके मन को शांत रखेगा और साथ ही यह आपके मूड को भी ठीक रखेगा. संगीत आप पुराने ख्याल भूलने और नए विचार लाने में भी मदद करेगा.
रात में अच्छी नींद लें
नींद हमारे शारीरिक और मानसिक दोनों ही प्रकार के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है. 2012 में हुए एक सर्वेक्षण में पाया गया कि लगभग एक तिहाई वयस्कों को रात में 6 घंटे से भी कम नींद आती है जबकि वयस्कों को हर दिन 7 से 9 घंटे की नींद लेना जरूरी है. अगर आप रात को पूरी नींद लेतें हैं तो इससे आप दिनभर फ्रेश फील करेंगे.
संतुलित आहार लें
हमारे खानपान का जीवन पर बहुत ही गहरा प्रभाव पड़ता है. हम जैसा खाते हैं वैसा ही दिमाग भी काम करता है. एंग्जाइटी की समस्या से पीड़ित लोगों को हमेशा भोजन में हरी सब्जियों और फलों को प्राथमिकता देना चाहिए. ऐसा करने से आपके शरीर को ऊर्जा मिलेगी और चिंता भी कम होगी। इसके अलावा बाहर का खाना या जंक फूड खाने से बचें.