इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट इंडिया लिमिटेड की प्लानिंग इस आईपीओ के जरिए 500 करोड़ रुपये जुटाने की है. लेक्ट्रॉनिक्स मार्ट इंडिया के आईपीओ में 50 फीसदी हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व है.
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मुंबई. कंज्यूमर ड्यूरेबल्स रिटेल चेन इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट इंडिया लिमिटेड (EMIL) का आईपीओ 4 अक्टूबर को सब्सक्रिप्शन के लिए खोल जाएगा. यह 7 अक्टूबर तक खुला रहेगा. आईपीओ के लिए 56-59 रुपये प्रति शेयर प्राइस बैंड तय किया है. आईपीओ में 500 करोड़ रुपये तक के नये शेयर जारी किए जाएंगे. इसमें बिक्री के लिए कोई प्रस्ताव नहीं है. आईपीओ के तहत शेयरों का अलॉटमेंट 12 अक्टूबर को होगा.
कंपनी की प्लानिंग इस आईपीओ के जरिए 500 करोड़ रुपये जुटाने की है. इसमें से 111.44 करोड़ का इस्तेमाल पूंजीगत व्यय के लिए और 220 करोड़ का इस्तेमाल वर्किंग कैपिटल जरूरतों को पूरा करने के लिए किया जाएगा. इसके अलावा कंपनी 55 करोड़ रुपये का इस्तेमाल लोन चुकाने के लिए करेगी. कंपनी के शेयर सोमवार, 17 अक्टूबर को स्टॉक एक्सचेंजों में लिस्टेड हो सकते हैं.
रिटेल निवेशकों के लिए 35 फीसदी हिस्सेदारी रिजर्व
आनंद राठी एडवाइजर आईआईएफएल सिक्योरिटीज और जेएम फाइनेंशियल इस आईपीओ के लीड मैनेजर बनाए गए हैं. इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट इंडिया के आईपीओ में 50 फीसदी हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व है. खुदरा निवेशकों के लिए आईपीओ का 35 फीसदी हिस्सा रिजर्व किया गया है. इसी तरह 15 फीसदी हिस्सा नॉन इंस्टीट्यूशन इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व रखा गया है.
जानें कंपनी के बारे में
इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट इंडिया लिमिटेड की स्थापना पवन कुमार बजाज और करण बजाज ने बजाज इलेक्ट्रॉनिक्स के नाम से की थी. कंपनी 36 शहरों 112 स्टोर हैं. इसके मल्टी-ब्रांड आउटलेट ‘किचन स्टोरीज’ नाम के दो विशेष स्टोर के अलावा बजाज इलेक्ट्रॉनिक्स ब्रांड नाम के तहत काम करते हैं, जो कि रसोई की आवश्यकताओं को पूरा करता है और ‘ऑडियो एंड बियॉन्ड’ नाम के तहत एक स्पेशलाइज्ड स्टोर फॉर्मेट है, जो हाई-एंड होम ऑडियो और होम ऑटोमेशन सॉल्यूशन पर फोकस करता है.
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कंपनी का मुनाफा 77 फीसदी बढ़ा
कंपनी की ऑपरेशनल एनुअल इनकम फाइनेंशियल ईयर 2021-22 में 36 फीसदी बढ़कर 434.93 करोड़ रुपये हो गई. इसी अवधि में कंपनी का मुनाफा 77 फीसदी बढ़कर 103.89 करोड़ रुपये हो गया है. अनलिस्टिड अरेना के सह-संस्थापक अभय दोषी का कहना है कि इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट इंडिया कि दक्षिण भारत में अच्छी पकड़ है. इसका लगभग 90% रेवेन्यू रिटेल चेन से आता है. इसको 50% राजस्व बड़े उपकरणों की बिक्री से प्राप्त होता है.