Non-Veg And Uric Acid: शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा सामान्य से ज्यादा होने पर यह अलग-अलग हिस्सों में जमा हो जाता है. इसकी वजह से गाउट (Gout) की समस्या हो जाती है. गंभीर होने पर यह किडनी फेलियर (Kidney Failure) की वजह बन सकता है.
How To Control Uric Acid Naturally: आज के दौर में लोगों को स्वस्थ रहने के लिए खान-पान पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है. खाने-पीने को लेकर की गई गलतियों से कई बीमारियां हो जाती हैं. एक ऐसी ही समस्या हाई यूरिक एसिड (High Uric Acid) है, जो खाने-पीने की गड़बड़ी से पैदा हो सकती है. खासतौर से जो लोग नॉन-वेज खाने के शौकीन होते हैं, वे हाई यूरिक एसिड की चपेट में आ जाते हैं. जानकारों की मानें तो यूरिक एसिड की मात्रा अगर हद से ज्यादा हो जाए तो किडनी फेलियर जैसी कंडीशन भी हो सकती है. आज एक्सपर्ट से नॉन-वेज फूड्स और यूरिक एसिड से जुड़े कई जरूरी सवालों के जवाब जानेंगे.
क्या नॉन-वेज खाने से बढ़ता है Uric Acid?
अक्सर आपने सुना होगा कि ज्यादा नॉन-वेज खाने से यूरिक एसिड बढ़ने की समस्या हो जाती है. इस सवाल पर सर गंगाराम हॉस्पिटल के यूरोलॉजी डिपार्टमेंट के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. अमरेंद्र पाठक कहते हैं कि ज्यादा नॉन-वेज और हाई प्रोटीन वाले फूड्स खाने से यूरिक एसिड लेवल बढ़ सकता है. यह हाई यूरिक एसिड के प्रमुख कारणों में से एक है. खासतौर से रेड मीट का सेवन करने से यह काफी बढ़ सकता है. इसके अलावा लिवर या किडनी की समस्या होने पर भी यूरिक एसिड बढ़ जाता है. पुरुषों में 4 से 6.5 mg/dl और महिलाओं में 3.5 से 6 mg/dl यूरिक एसिड नॉर्मल माना जाता है. इससे ज्यादा होने पर परेशानियां होने लगती हैं.
High Uric Acid से हो सकता है किडनी फेलियर?
डॉ. अमरेंद्र पाठक के मुताबिक यूरिक एसिड लेवल को सही ट्रीटमेंट के जरिए पूरी तरह कंट्रोल किया जा सकता है. अगर कोई व्यक्ति किडनी और लिवर डिजीज से जूझ रहा है तो ऐसी कंडीशन में यूरिक एसिड बढ़ना काफी खतरनाक हो सकता है. सीवियर केस में यूरिक एसिड बढ़ने से किडनी फेलियर हो सकता है. अधिकतर मामलों में यह आसानी से कंट्रोल कर लिया जाता है. गौर करने वाली बात यह भी है कि यूरिक एसिड की परेशानी को प्रॉपर ट्रीटमेंट और अच्छी डाइट लेकर पूरी तरह खत्म किया जा सकता है. अगर शुरुआत में इस पर ध्यान दिया जाए तो यह समस्या कभी भी खतरनाक नहीं होगी.
क्या होते हैं हाई यूरिक एसिड के लक्षण?
डॉक्टर के मुताबिक यूरिक एसिड अत्यधिक बढ़ने पर यह आपके शरीर के जॉइंट्स में जमा हो जाता है. आपके हाथ और पैर के छोटे जॉइंट में तेज दर्द होने लगता है. कई लोग इसकी वजह से चल भी नहीं पाते. इसे गाउट (Gout) कहा जाता है, जो अर्थराइटिस का एक टाइप है. यूरिक एसिड ज्यादा बढ़ने पर कई मरीजों में किडनी स्टोन भी बन जाता है और असहनीय दर्द होता है. यूरिक एसिड बढ़ने के लक्षण आमतौर पर नहीं नजर आते, ऐसे में समय-समय पर ब्लड टेस्ट कराना चाहिए. इससे आपको यूरिक एसिड लेवल का पता चल जाएगा.
कैसे कंट्रोल करें यूरिक एसिड?
डॉ. अमरेंद्र पाठक के अनुसार यूरिक एसिड को नेचुरल तरीकों से भी कंट्रोल किया जा सकता है. इसके लिए आप रेड मीट और नॉन-वेज से पूरी तरह दूरी बना लें. हाई प्रोटीन फूड्स का सेवन करने से बचें. हाइड्रेटेड रहने के लिए ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं. खाने-पीने और लाइफस्टाइल में बदलाव करके इसे कंट्रोल किया जा सकता है. एक्सरसाइज और फिजिकल एक्टिविटी करना अभी यूरिक एसिड को कंट्रोल करने का एक अच्छा तरीका माना जाता है. हालांकि अगर यूरिक एसिड कंट्रोल नहीं हो रहा है तो डॉक्टर से संपर्क कर दवा लेनी चाहिए.