सितंबर 2022 में देश का एक्सपोर्ट 4.82% बढ़कर 35.45 अरब डॉलर हो गया, लेकिन इसी दौरान देश का व्यापार घाटा भी बढ़कर 25.71 अरब डॉलर पर जा पहुंचा.
Latest Government Data on International Trade: देश के अंतरराष्ट्रीय व्यापार से जुड़े ताजा आंकड़े अर्थव्यवस्था की मिली-जुली तस्वीर पेश कर रहे हैं. मौजूदा वित्त वर्ष की पहली छमाही यानी अप्रैल से सितंबर 2022 के दौरान भारत से दूसरे देशों को होने वाले कुल एक्सपोर्ट में करीब 17 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. लेकिन इसी दौरान देश के व्यापार घाटे में करीब 95 फीसदी का चौंकाने वाला उछाल भी देखने को मिला है. देश के विदेश व्यापार की ये चिंताजनक हालत मोदी सरकार की तरफ से शुक्रवार को जारी आंकड़ों में उभरकर सामने आई है.
एक्सपोर्ट पर भारी पड़ रहे हैं इंपोर्ट के आंकड़े
केंद्र सरकार के वाणिज्य मंत्रालय के इन आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल से सितंबर 2022 के दौरान देश का कुल एक्सपोर्ट 16.96 फीसदी बढ़कर 231.88 अरब डॉलर पर जा पहुंचा. लेकिन इसी अवधि के दौरान देश के कुल इंपोर्ट में 38.55 फीसदी का भारी इजाफा देखने को मिला और यह बढ़कर 380.34 अरब डॉलर हो गया. एक्सपोर्ट के मुकाबले इंपोर्ट में इस भारी उछाल का असर देश के व्यापार घाटे पर पड़ा है, जो अप्रैल-सितंबर 2022 के दौरान 94.70 फीसदी बढ़कर 148.46 अरब डॉलर हो गया. इसके मुकाबले सितंबर 2021 में भारत का व्यापार घाटा 76.25 अरब डॉलर रहा था.
सितंबर महीने में भी बढ़ा व्यापार घाटा
सितंबर 2022 के एक महीने के आंकड़े भी कुछ ऐसी ही तस्वीर पेश कर रहे हैं. इस महीने के दौरान देश का एक्सपोर्ट 4.82 फीसदी बढ़कर 35.45 अरब डॉलर हो गया. लेकिन इसी दौरान देश का व्यापार घाटा 14.41 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 25.71 अरब डॉलर पर जा पहुंचा. सितंबर 2021 में व्यापार घाटा 22.47 अरब डॉलर था. पिछले कुछ अरसे के दौरान देश की करेंसी में भी कमजोरी के लिए कई जानकार देश के बढ़ते व्यापार घाटे को भी बड़ी वजह मानते हैं. हालांकि हाल के दिनों में कच्चे तेल की कीमतों में नरमी से देश का इंपोर्ट बिल कम करने में कुछ मदद मिलने की उम्मीद की जा सकती है.