कराची के क्लिफ्टन टावर में आईएसआई के सेफ हाउस में हुई इस मुलाकात में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के अधिकारियों ने दाऊद से भारत में अंडरवर्ल्ड और आतंकवाद का जाल फिर से बिछाने के लिए कहा. आईएसआई ने कुछ बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए दाऊद इब्राहिम के साथ संपर्क में है और उसकी ओर से कहा गया है कि इसके लिए जो भी मदद चाहिए होगी, दी जाएगी.
नई दिल्ली: अंडरवर्ल्ड डॉन और 1993 मुंबई बम धमाकों का मास्टरमाइंड दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान में है. इसका पर्दाफाश News18 के पास मौजूद गोपनीय दस्तावेजों से होता है. ये दस्तावेज पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई (Inter-Services Intelligence) के अधिकारियों और दाऊद इब्राहिम के बीच कराची में मुलाकात की पुष्टि करते हैं. कराची के क्लिफ्टन टावर में आईएसआई के सेफ हाउस में हुई इस मुलाकात में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के अधिकारियों ने दाऊद से भारत में अंडरवर्ल्ड और आतंकवाद का जाल फिर से बिछाने के लिए कहा. आईएसआई ने कुछ बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए दाऊद इब्राहिम के साथ संपर्क में है और उसकी ओर से कहा गया है कि इसके लिए जो भी मदद चाहिए होगी, दी जाएगी.
News18 India के पास मौजूद गोपनीय दस्तावेज में दाऊद और आईएसआई अधिकारियों के बीच हुई बैठक की पूरी डिटेल है. इसके अलावा भारतीय जांच एजेंसियों के पास दाऊद इब्राहिम और उसके गुर्गों के बीच बातचीत का टेप भी मौजूद है. आईएसआई ने दाऊद को भारत में फिर से अंडरवर्ल्ड को जिंदा करने का काम सौंपा है. साथ ही बड़े हमले को अंजाम देने की योजना भी बनाई है, जिसके लिए समुद्री रास्ते से हथियार और गोला बारूद भेजने की योजना है. भारत के मोस्ट वांटेड आतंकी को पाकिस्तान ने कराची में पनाह दे रखी है और उसको कड़ी सुरक्षा के बीच रखा है. दिल्ली के प्रगति मैदान में 18 अक्टूबर को इंटरपोल की बैठक हुई थी, जिसमें भारत ने दाऊद इब्राहिम के कराची में होने के पुख्ता सबूत पेश किए थे. इस बैठक में पाकिस्तान के प्रतिनिधि भी शामिल थे.
इंटरपोल की इस बैठक में 195 देशों के प्रतिनिधि शिरकत कर रहे थे, पाकिस्तान की ओर से उसकी संघीय जांच एजेंसी (FIA) के महानिदेशक मोहसिन बट शामिल हुए थे. इंटरपोल महासभा में जब पत्रकारों ने मोहसिन बट से पूछा कि क्या वह अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम और लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख हाफिज सईद को भारत को सौंप देंगे? तो उन्होंने जवाब देने से इनकार कर दिया. इस पूरी घटना का वीडियो एएनआई ने शेयर किया था. ट्वीट में देखा जा सकता है कि जैसे ही पत्रकार ने मोहसिन बट से दाऊद को लेकर सवाल पूछा वह उंगलियों से चुप होने का इशारा करने लगे. भारत में इंटरपोल की यह बैठक 25 साल बाद हो रही थी. पिछली बार 1997 में यह महासभा भारत में हुई थी. स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर इस बार की महासभा का आयोजन नई दिल्ली में करने का विशेष मौका दिया गया.
पीएम मोदी ने भी उठाया आतंकवाद का मुद्दा
इस बैठक में पीएम मोदी ने भी आतंकवाद का मुद्दा उठाया. अपने संबोधन में उन्होंने किसी भी देश का नाम लिए बगैर कहा था कि आतंकवाद के खतरे निबटने के लिए दुनिया के सभी देशों को एकजुट होना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि ड्रग कार्टेल, अवैध तस्करी करने वाले गिरोहों या संगठित अपराधों के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि यह उचित समय है कि दुनिया को इन खतरों को हराने के लिए एक साथ आना चाहिए. आपको बता दें कि साल 2020 में फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (Financial Action Task Force) को सौंपी अपनी एक रिपोर्ट में पाकिस्तान ने खुद स्वीकार कर लिया था कि दाऊद इब्राहिम कराची में सऊदी मस्जिद के बगल में बनी व्हाइट हाउस बिल्डिंग में रहता है. उसका हाउस नंबर 37-30 स्ट्रीट है. हालांकि, एक दिन बाद ही पाकिस्तान इससे पलट गया और कहा कि दाऊद इब्राहिम के कराची में होने की बात निराधार और गुमराह करने वाली है.