संगठन का कहना है कि अगर सरकार कहेगी तो व्यापारी बाजारों को अलग-अलग समय खोलने के लिए तैयार हैं. उनका कहना है कि शादियों का सीजन शुरू हो रहा है लेकिन प्रदूषण के डर से लोग घरों से निकलने से परहेज कर रहे हैं.
प्रदूषण के बढ़ते प्रकोप का असर दिल्ली के बाजारों पर भी देखने को मिल रहा है, जिसके कारण व्यापारियों की चिंताएं बढ़ गई हैं. दिल्ली-एनसीआर के बाजारों में घटती भीड़ को देखते हुए व्यापारी संगठन चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) ने पीएम मोदी को पत्र लिख इस मुद्दे पर दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, यूपी सरकार के साथ इमरजेंसी मीटिंग बुलाए जाने की अपील की है. संगठन का कहना है कि अगर सरकार कहेगी तो व्यापारी बाजारों को अलग-अलग समय खोलने के लिए तैयार हैं. उनका कहना है कि शादियों का सीजन शुरू हो रहा है लेकिन प्रदूषण के डर से लोग घरों से निकलने से परहेज कर रहे हैं.
राष्ट्रीय राजधानी में हवा की क्वालिटी ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गई है. इसकी खबरें टीवी, अखबार और सोशल मीडिया के जरिए हर इंसान तक पहुंच रही है. अब अधिकतर लोग खरीदारी के लिए बाजारों में आने से परहेज कर रहे हैं. संगठन का कहना है कि जहां रोजाना एनसीआर से 3 से 4 लाख लोग खरीददारी के लिए दिल्ली आते थे, प्रदूषण के कारण इनकी संख्या घटकर 1 लाख रह गई है.
दिल्ली-एनसीआर में और दिनों के मुकाबले आज प्रदूषण को लेकर मामूली राहत देखने को मिल रही है. ताजा अपडेट के अनुसार, दिल्ली में AQI 339 दर्ज किया गया है. वहीं नोएडा में यह 349 नोट किया गया. इसके अलावा गुरुग्राम में यह 304 दर्ज किया गया. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह स्तर भी ‘बहुत खराब’ श्रेणी में ही आता है. एक्यूआई को शून्य से 50 के बीच ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच को ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है.