Dearness Allowance: अभी 2.57 गुने फिटमेंट फैक्टर के साथ केंद्रीय कर्मचारियों की न्यूनतम सैलरी 18,000 रुपये है. लंबे समय से इसे बढ़ाकर 3.68 गुना करने की मांग चल रही है. खबर है कि सरकार बीच का रास्ता निकालकर फिटमेंट फैक्टर को 3 गुना कर सकती है.
Fitment Factor Update: नया साल शुरू होने में करीब एक महीने का वक्त रह गया है. साल 2023 की शुरुआत के साथ ही केंद्रीय कर्मचारियों को बड़ी खुशखबरी मिलती दिख रही है. लाखों कर्मियों की सालों पुरानी मुराद पूरी होने के आसार नजर आ रहे हैं. सहयोगी वेबसाइट जी बिजनेस हिंदी के सूत्रों का दावा है कि फिटमेंट फैक्टर की फाइल पर काम चल रहा है. लेकिन इस पर फैसले की उम्मीद 2023 के अंत तक होने की उम्मीद है. सैलरी में बढ़ोतरी बेसिक लेवल पर होगी.
फिटमेंट फैक्टर कितना बढ़ने की उम्मीद?
सितंबर में 4 प्रतिशत की वृद्धि के साथ ही केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता (Dearness allowance) बढ़कर 38 प्रतिशत पर पहुंच गया है. जनवरी और जुलाई में इसमें और बढ़ोतरी की जाएगी. लेकिन केंद्रीय कर्मचारी लंबे समय से सातवें वेतन आयोग के तहत फिटमेंट फैक्टर को बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. सूत्रों का दावा है कि इस मसले को सरकार लोकसभा चुनाव से पहले 2023 में फाइनल करने का विचार कर रही है. अभी 2.57 गुने फिटमेंट फैक्टर के साथ केंद्रीय कर्मचारियों की न्यूनतम सैलरी 18,000 रुपये है. लंबे समय से इसे बढ़ाकर 3.68 गुना करने की मांग चल रही है. खबर है कि सरकार बीच का रास्ता निकालकर फिटमेंट फैक्टर को 3 गुना कर सकती है.
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कितनी बढ़ेगी सैलरी?
फिटमेंट फैक्टर को 3 गुना करने पर भी सैलरी में अच्छा खासा इजाफा होगा. उदाहरण के लिए जिस कर्मचारी की बेसिक सैलरी 18,000 रुपये है, उसकी मौजूदा वक्त में उसकी सैलरी 18,000 X 2.57= 46,260 रुपये होती है. लेकिन फिटमेंट फैक्टर के तीन गुना होने पर बेसिक सैलरी 21,000 रुपये हो जाएगी. वहीं भत्तों से अलग कुल सैलरी 21000X3 यानी 63,000 रुपये हो जाएगी.
केंद्रीय कर्मियों की सैलरी में भत्तों के अलावा दूसरे भत्ते में होते हैं. सैलरी में प्रोविडेंट फंड (Provident Fund) और ग्रेच्युटी (Gratuity) भी शामिल होती है. केंद्रीय कर्मचारियों का EPF और ग्रेच्युटी बेसिक सैलरी और DA से लिंक होता है. यही कारण है कि इनका EPF और ग्रेच्युटी कैलकुलेट करने के लिए अलग फॉर्मूला लागू होता है. भत्ते और अन्य कटौतियां CTC से हो जाती हैं.
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