किसी भी शहर में नौकरी करने वाले के लिए सबसे मुश्किल काम होता है किराये पर अच्छा घर खोजना. यह मुश्किल और बढ़ने वाली है अगर आप बेंगलौर में शिफ्ट हो रहे हैं. दरअसल, यहां पर मकान मालिकों ने अपने किरायेदारों का पूरा बैकग्राउंड खंगालने के साथ उनसे सैलरी स्लिप सहित और भी कई पर्सनल जानकारियां मांग रहे हैं.
ये भी पढ़ें – CNG-PNG होंगी सस्ती! नेचुरल गैस की अधिकतम कीमत तय कर सकती है सरकार, कैसे मिलेगा फायदा?
नई दिल्ली. अमूमन किसी शहर में किराये पर मकान लेने के लिए आपको सिर्फ पैसों और अपने पहचान पत्र जैसे आधार, वोटर आई कार्ड की ही जरूरत पड़ती है. लेकिन, अगर आप बेंगलौर में अपने लिए किराये पर मकान खोज रहे हैं तो यहां सिर्फ पैसों और आईडी कार्ड से काम नहीं चलेगा. इस शहर के मकान मालिक कुछ खास क्वालीफिकेशन वाले किरायेदारों को ही रखना पसंद करते हैं. इतना ही नहीं आजकल किरायेदार की सैलरी स्लिप और उनके बैकग्राउंड की जानकारियां भी मांगी जा रही हैं.
यह मामला तब सामने आया जब कई युवा प्रोफेशनल्स और इंजीनियरों ने अपना अनुभव टि्वटर पर शेयर किया. इसमें बताया कि किराये पर कमरा देने के लिए मकान मालिक यहां कैसी-कैसी शर्त रख रहे हैं. सॉफ्टवेयर इंजीनियर प्रियांश जैन ने टि्वटर पर अपने अनुभव शेयर करते हुए ब्रोकर से हुई बातचीत का स्क्रीनशॉट भी पोस्ट किया. इसमें ब्रोकर ने प्रियांश से उनकी बैकग्रांउड डिटेल मांगी और बताया कि मकान मालिक कुछ खास क्वालीफिकेशन वालों को ही अपना घर देना चाहता है.
क्या है बातचीत में
प्रियांश ने ब्रोकर को बताया कि वह एटलासियन में काम करते हैं और पूरी तरह वेजिटेरियन हैं. इसके बाद ब्रोकर ने पूछा कि वे किस कॉलेज से पढ़ाई करके आए हैं. जैन ने जवाब में कहा-वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी. बस इतना बताते ही ब्रोकर बोला- सॉरी आपकी प्रोफाइल फिट नहीं हो रही है. हैरान होकर प्रियांश ने पूछा- आखिर मकान मालिक क्या खोज रहे हैं. तो ब्रोकर ने कहा कि वे सिर्फ आईआईटी, आईआईएम, सीए और आईएसबी ग्रेजुएट्स को ही किराये पर कमरा देने को राजी होंगे.
अर्नव का अनुभव और भी बुरा
प्रियांश की तरह और भी कई यूजर ने टि्वटर पर बेंगलौर में किराये पर कमरा खोजने को लेकर अपने अनुभव शेयर किए हैं. पेशे से इंजीनियर अर्नव गुप्ता ने लिखा- मैं बेंगलौर में शिफ्ट हुआ हूं और मकान मालिक मुझसे लिंक्डिन प्रोफाइल मांग रहा है. बेंगलौर के लोगों का यह कैसा बर्ताव है. एक अन्य यूजर ने लिखा कि उनसे मकान मालिक और ब्रोकर ने सैलरी स्लिप मांगी है.
ये भी पढ़ें – Gold, Silver Price : सोना सस्ता होकर भी 52 हजार के ऊपर, चांदी गिरकर 62 हजार से नीचे, चेक करें ताजा रेट
अब तो हद हो गई
यहां तक तो सब ठीक था, लेकिन अमित नाम के यूजर ने बताया कि उनसे और उनके दोस्त से उम्र और गर्लफ्रेंड को लेकर सवाल किए गए. तमाम सवाल-जवाब के बावजूद उनसे कहा गया कि उन्हें किराये पर कमरा नहीं मिल सकेगा. एक और यूजर मोहित ठाकुर लिखते हैं कि उनके पोर्टफोलियो में गूगल और जेपी मॉर्गन जैसी कंपनियों का नाम होने के बावजूद उन्हें किराये पर कमरा नहीं दिया गया. मजाक में कुछ यूजर टि्वटर पर यह भी लिख रहे कि अब मकान मालिक पिछले घर को छोड़ने का सर्टिफिकेट भी मांग सकते हैं.