अगर शादियां कैंसिल होती हैं तो पहले से बुक की गई कई सेवाओं की कैंसिलेशन फीस व एडवांस फीस आपको जमा करनी पड़ सकती है. ऐसे में वेडिंग इंश्योरेंस आपके लिए काफी मददगार साबित हो सकता है.
नई दिल्ली. भारत की शादियां अपनी भव्यता के लिए पूरी दुनिया में मशहूर हैं. इन शादियों पर लोग जमकर पैसा खर्च करते हैं. अक्सर लोग खर्च के मामले में अपनी क्षमता से भी आगे निकल जाते हैं. इसलिए भारत में शादियों के रद्द होना काफी मुश्किल होता है. ऐसे बहुत कम ही मौके आते हैं जब शादियां किसी कारण से रोक दी जाएं. लेकिन ऐसा हो जाए तो आपको उस स्थिति के लिए भी तैयार रहना चाहिए.
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अगर शादियां कैंसिल होती हैं तो पहले से बुक की गई कई सेवाओं की कैंसिलेशन फीस व एडवांस फीस आपको जमा करनी पड़ सकती है. ऐसे में वेडिंग इंश्योरेंस आपके लिए काफी मददगार साबित हो सकता है. पेशेवर वेडिंग प्लानर्स अपने क्लाइंट्स को इसे खरीदने के लिए काफी प्रोत्साहित करते हैं. शादी एक बहुत महंगा सौदा है और किसी अप्रिय परिस्थिति में इसके रद्द होने पर इंश्योरेंस आपको और आर्थिक आघात लगने से बचाता है.
समझें इंश्योरेंस का गणित
अगर आप 20 लाख रुपये का सम एश्योर्ड कवर लेते हैं तो आपको प्रीमियम के रूप में 2,000 से 20,000 रुपये तक का भुगतान करना पड़ सकता है. अब बात आती है कि किस परिस्थिति में शादी कैंसिल होने पर मिलेगा कवर. शादी किसी प्राकृतिक आपदा, आग व दंगों के कारण रद्द होती है तो कवर मिलेगा. इसके अलावा दूल्हे, दुल्हन या उनके किसी सगे रिश्तेदार के दुर्घटनाग्रस्त होने पर या एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाते वक्स पैसे चोरी हो जाने पर शादी अगर रद्द होती है तो कवर मिलेगा. दूसरी ओर फंड की कमी के कारण शादी रुकने, दूल्हे या दुल्हन के शादी में नहीं पहुंचने या कोर्ट के आदेश व समन के कारण शादी रुकने को इसमें कवर नहीं किया जाएगा.
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किन बातों पर निर्भर है प्रीमियम
बजाज अलियांज जनरल इंश्योरेंस के सीटीओ टी.ए. रामालिंगम का कहना है कि प्रीमियम की रकम इंश्योरेंस कंपनी और आपके द्वारा चुने गए कवर प्लान पर निर्भर करती है. उन्होंने कहा, “हमारी पॉलिसी अलग-अलग पहलूओं को कवर करती है. प्रीमियम कवर पर निर्भर करता है, मसलन वैडिंग कैंसिलेशन, प्रॉपर्टी को क्षति व चोरी आदि.
लोकप्रिय नहीं है वैडिंग इंश्योरेंस
इंश्योरेंस इंडस्ट्री जुड़े एक एक्सपर्ट के मुताबिक, यह भारत में इसलिए अधिक पसंद नहीं किया जाता है क्योंकि दुल्हा, दुल्हन या उनके घर वाले ये बात दिमाग में नहीं आने देना चाहते कि इतने शुभ दिन पर कुछ बुरा हो सकता है. उन्होंने कहा कि आमतौर पर वेडिंग इंश्योरेंस उन शादियों में लिया जाता है जहां खर्च 50 लाख रुपये से अधिक का हो. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इन शादियों में अंतरराष्ट्रीय कलाकार आ रहे होते हैं और वेडिंग इंश्योरेंस उनके न आने की स्थिति में बीमा कवर मुहैया कराता है.