टाटा ग्रुप कंपनी Nelco की तरफ से ग्लोबल मोबाइल पर्सनल कम्यूनिकेशन बॉय द सैटेलाइट (GMPCS) लाइसेंस के लिए आवेदन किया गया है। बता दें कि Tata की भारत की चौथी ऐसी कंपनी है, जिसकी तरफ से सैटेलाइट मोबाइल ब्रॉडबैंड सर्विस के लिए आवेदन किया गया है। tata से पहले Bharti Airtel की OneWeb और Reliance Jio को सैटेलाइट सर्विस के लिए आवेदन किया गया है। जबकि Elon Musk की Starlink सैटेलाइट सर्विस की तरफ से भी आवेदन किया गया है। हालांकि Elon Musk की सैटेलाइट सर्विस को सरकार की तरफ से मंजूरी नहीं दी गई है।
मिलेगी हाई स्पीड इंटरनेट कनेक्टिविटी
Tata Group की Nelco कंपनी ने हाई स्पीड ब्रॉडबैंड इंटरनेट कनेक्टिविटी का डेमो दिखाया, जिसमें लो अर्थ आर्बिट (LEO) सैटेलाइट के जरिए हाई स्पीड कनेक्टिविटी दी जाएगी। इस दौरान लो लेटेंसी रेट मिलेगी। बता दें के लेटेंसी इंटरनेट पहुंचने मे होने वाली देरी है। जिसे मिली सेकेंड में मापा जाता है।
क्या होती है सैटेलाइट कनेक्टिविटी
इस टेक्नोलॉजी में सैटेलाइट से सीधे ग्राहक के मोबाइल को सिग्नल से कनेक्ट किया जाता है। इसमें किसी टावर की जरूरत नहीं होती है। ऐसे में किसी भी मौसम में नेटवर्क मिलने में बाधा नहीं होती है। साथ ही नेटवर्क कवरेज मिलने में कोई दिक्कत नहीं होती है। इस टेक्नोलॉजी में लो अर्थ ऑर्बिट में कुछ सैटेलाइट के जरिए इंटरनेट बीम किया जाता है। हालांकि सैटेलाइट कनेक्टिविटी के सिग्नल को नॉर्मल फोन में नहीं रिसीव किया जा सकता है। इसके लिए स्मार्टफोन के हार्डवेयर में कुछ बदलाव करने होते हैं। मौजूदा वक्त में सैटेलाइट कनेक्टिविटी का फीचर iPhone 14 सीरीज के स्मार्टफोन में दिया गया है। यह सर्विस फिलहाल अमेरिका और कनाडा में मौजूद है।
नोट
– सैटेलाइट कनेक्टिविटी कोई नया सिस्टम नहीं है। इससे पहले तक सेना और अन्य काम के लिए सैटेलाइट कनेक्टिविटी का इस्तेमाल किया जाता था। हालांकि उसमें स्पीड एक वजह हुआ करती थी. लेकिन अब कंपनियां ने हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर अपडेट के जरिए फास्ट सैटेलाइट कनेक्टिविटी मुहैया कराती हैं।