एक्सप्रेस-वे का संचालन कर रही कंपनी जेपी इंफ्राटेक के मैनेजर जेके शर्मा ने बताया कि सॉफ्टवेयर में जरूरी बदलाव किए गए हैं जिससे कि अधिकतम गति सीमा का उल्लंघन करने वाले वाहनों पर प्रभावी कार्रवाई हो सके…
ठंड के मौसम में कोहरे की स्थिति के कारण सड़क हादसों को कम करने के मद्देनजर यमुना एक्सप्रेस-वे पर गुरुवार से वाहनों की अधिकतम स्पीड लिमिट 80 किलोमीटर प्रति घंटा कर दी गई है. इस बात की जानकारी एक अधिकारी ने दी.
उन्होंने बताया कि अब तक हल्के वाहनों के लिए अधिकतम स्पीड लिमिट 100 किलोमीटर प्रति घंटा थी. भारी वाहनों के लिए भी अधिकतम स्पीड लिमिट 80 किलोमीटर प्रति घंटा से घटाकर 60 किलोमीटर प्रति घंटा कर दी गई है.
यमुना विकास प्राधिकरण के कार्यवाहक मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्रीमती मोनिका रानी ने बताया कि ठंड के मौसम में कोहरे के कारण सड़क हादसे बढ़ जाते हैं. दृश्यता कम होने से तेज रफ्तार वाहनों के टकराने की आशंका काफी बढ़ जाती है. इसके मद्देनजर यमुना प्राधिकरण ने ग्रेटर नोएडा से आगरा तक 165 किलोमीटर लंबे यमुना एक्सप्रेस-वे पर वाहनों की अधिकतम स्पीड लिमिट को घटाकर 80 कर दिया है.
उन्होंने बताया कि नई स्पीड लिमिट 15 दिसंबर से अगले साल 15 फरवरी तक लागू रहेगी. प्राधिकरण अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (एसीईओ) ने बताया कि अधिकतम गति सीमा का उल्लंघन करने वाले वाहनों पर यातायात पुलिस कार्रवाई करेगी.
एक्सप्रेस-वे का संचालन कर रही कंपनी जेपी इंफ्राटेक के मैनेजर जेके शर्मा ने बताया कि सॉफ्टवेयर में जरूरी बदलाव किए गए हैं जिससे कि अधिकतम गति सीमा का उल्लंघन करने वाले वाहनों पर प्रभावी कार्रवाई हो सके. एक्सप्रेस-वे पर दुर्घटनाओं को रोकने के लिए वाहन चालकों को जागरूक करने की कार्रवाई भी की जाएगी.
आपको बता दें कि यमुना एक्सप्रेस-वे पर ठंड के समय और खासतौर से कोहरे वाले दिनों में रोड एक्सीडेंट से जुड़े कई मामले सामने आते हैं. इनमें कई दुर्घटनाएं तो वाहनों के आपस में एक दूसरे के पीछे से टकरा जाने की घटनाएं होती हैं. सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि कई घटनाएं ऐसी हुई हैं जब एक दो वाहन नहीं बल्कि कई वाहन एक-दूसरे के पीछे टकराते चले गए.
ऐसे में स्पीड लिमिट घटा देने से इस तरह की घटनाओं को कम करने में मदद मिलेगी. दरअसल एक्सप्रेस-वे की स्पीड लिमिट का नियम भी कुछ ऐसा है कि यदि कोई ज्यादा स्लो स्पीड में वाहन चलाता है तब भी उस पर फाइन लग सकता है.