Jaipur News: धार्मिक संगठन राधास्वामी सत्संग ब्यास के देश-विदेश में लाखों अनुयायी हैं. इसकी स्थापना साल 1891 में हुई थी. दुनियाभर में 90 से अधिक देशों में राधास्वामी सत्संग ब्यास सत्संग करता है. हर साल लाखों की संख्या में अनुयाई इस संगठन से जुड़ते है. यहां पर सभी धर्मों के सम्मान के साथ ही रुहानियत की उच्च शिक्षा दी जाती है.
जयपुर. राजधानी जयपुर (Jaipur Capital) के पास बीलवा में राधास्वामी सत्संग ब्यास (Radha Swami Satsang Beas) का बड़ा आयोजन होने जा रहा है. इस आयोजन में लाखों श्रद्धालु सत्संग के लिए एकत्रित होने वाले हैं. ऐसे में उत्तर पश्चिम रेलवे (North western Railway) ने भी इस बड़े आयोजन को देखते हुए रेलों को श्योदास पदमपुरा स्टेशन (Shyodas Padampura Railway station) पर ठहराव दिया है. इस स्टेशन पर ट्रेनों के ठहराव से श्रद्धालु में बीलवा में इस आयोजन में हिस्सा ले सकेंगे. अगर आप भी इस आयोजन में रेल से आने वाले हैं तो यह जानकारी आपके लिए उपयोगी होगी.
राजधानी जयपुर के पास बीलवा में राधा स्वामी सत्संग ब्यास के आयोजन में उत्तर पश्चिम रेलवे ने 10 रेलों को अस्थाई तौर पर ठहराव दिया है. ये 10 रेलें श्योदास पदमपुरा रेलवे स्टेशन पर ठहराव करेंगी, जिससे श्रद्धालु बीलवा तक जा सकें. ये ठहराव 25 दिसंबर से 29 दिसंबर तक ही रहेगा. उत्तर पश्चिम रेलवे ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए ये विशेष इंतज़ाम किए हैं. इस सत्संग में लाखों श्रद्धालु आएंगे.
यह गाड़ियां पदमपुरा स्टेशन पर रुकेंगी
1. गाडी संख्या 19807, कोटा-जयपुर
2. गाडी संख्य 19808, हिसार-कोटा
3. गाडी संख्य 19813, कोटा-हिसार
4.गाडी संख्य 19814, हिसार-कोटा
5. गाडी संख्य 12181, जबलपुर-अजमेर
6. गाडी संख्य 12182, अजमेर-जबलपुर
7. गाडी संख्य 12465, इंदौर-जोधपुर
8. गाडी संख्य 22982, श्रीगंगानगर-कोटा
9. गाडी संख्य 22998, श्रीगंगानगर-झालावाड़ सिटी
10. गाडी संख्य 20844, भगत की कोठी-बिलासपुर
29 दिसंबर के बाद ट्रेनें तय रूट पर चलेंगी
रेलवे प्रशासन ने विशेष तौर पर राधास्वामी सत्संग के लिए ट्रेनों के ठहराव के निर्देश दिए हैं. उपरोक्त स्थानों से अगर आप राधा स्वामी सत्संग में जाने की योजना बना रहे है तो ये रेलें खास तौर पर इस आयोजन के लिए ठहराव करेगी. हालांकि 29 दिसंबर के बाद यहां रेलों का ठहराव नहीं होगा और अपने पूर्व निर्धारित रूट के मुताबिक ही चलेंगी.
पीएम मोदी ने किया था पंजाब में दौरा
ब्यास स्थित सत्संग के प्रमुख बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों हैं. बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लो राधा स्वामी ब्यास के पांचवें प्रमुख हैं. पिछले 32 सालों से वह डेरा प्रमुख की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. पिछले माह पीएम मोदी ने पंजाब के ब्यास स्थित सत्संग का दौरा किया था. इस दौरान उनके साथ बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लो भी मौजूद रहे.