Healthy Cholesterol According To Age : कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करके हार्ट डिजीज, स्ट्रोक और हार्ट अटैक के जोखिम को कम किया जा सकता है. उम्र के अनुसार हेल्दी और अनहेल्दी कोलेस्ट्रॉल कितना होना चाहिए, ये जानना बेहद जरूरी है.
Healthy Cholesterol According To Age : अधिकतर लोगों का मानना है कि सभी कोलेस्ट्रॉल हेल्थ के लिए स्वाभाविक रूप से खराब होते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है. कोलेस्ट्रॉल एक महत्वपूर्ण चिपचिपा लिक्विड होता है, जो नई सेल्स के निर्माण में मदद करता है. ये दो प्रकार का होता है, एक जो लो डेंसिटी लिपोप्रोटींस या एचडीएल जिसे गुड कोलेस्ट्रॉल के नाम से भी जाना जाता है. वहीं, दूसरा एलडीएल जिसे बैड कोलेस्ट्रॉल भी कहा जाता है. गुड कोलेस्ट्रॉल शरीर के लिए फायदेमंद होता है, जबकि बैड कोलेस्ट्रॉल आर्टरीज में जमा होकर हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ा सकता है. सामान्यतौर पर लोगों को ये जानकारी नहीं होती कि कितना कोलेस्ट्रॉल उनकी उम्र और सेहत के लिए जरूरी है. चलिए जानते हैं उम्र के अनुसार कोलेस्ट्रॉल लेवल कितना होना चाहिए और अनहेल्दी कोलेस्ट्रॉल के कारण कौन-कौन की समस्याएं हो सकती हैं.
अनहेल्दी कोलेस्ट्रॉल लेवल से क्या समस्याएं हो सकती हैं?
द हेल्दी डॉट कॉमके अनुसार, कई कारण किसी व्यक्ति के कोलेस्ट्रॉल लेवल या इसके कुछ कंपाउंड को प्रभावित कर सकते हैं. अनहेल्दी कोलेस्ट्रॉल से कई हेल्थ प्रॉब्लम्स हो सकते हैं-
– टाइप-2 डायबिटीज
– स्मोकिंग
– मोटापा
– क्रोनिक किडनी डिजीज
– प्रेग्नेंसी में समस्या
– हाई बीपी
– हार्ट प्रॉब्लम
उम्र के अनुसार कितना होना चाहिए कोलेस्ट्रॉल लेवल?
19 या उससे अधिक उम्र
– कुल कोलेस्ट्रॉल- 170 – 200 mg/dl
– नॉन एचडीएल- 130 mg/dl से कम
– एलडीएल- 100 mg/dl से कम
– एचडीएल- 45 mg/dl से ज्यादा
20 या उससे अधिक उम्र की महिला
– कुल कोलेस्ट्रॉल- 125 से 200 mg/dl
– नॉन एचडीएल- 130 mg/dl से कम
– एलडीएल- 100 mg/dl से कम
– एचडीएल- 50 mg/dl या इससे अधिक
20 या उससे अधिक उम्र के पुरुष
– कुल कोलेस्ट्रॉल- 125 से 200 mg/dl
– नॉन एचडीएल- 130 mg/dl से कम
– एलडीएल- 100 mg/dl से कम
– एचडीएल- 40 mg/dl या इससे अधिक
कैसे करें अनहेल्दी कोलेस्ट्रॉल को मैनेज
– ज्यादातर मोनोअनसैचुरेटेड फैट (ओलिव ऑयल, पीनट ऑयल या कनोला ऑयल) का सेवन करें.
– नट्स, सीड्स और फैटी फिश का सेवन करें.
– रेगुलर एक्सरसाइज करें.
– स्मोकिंग ना करें.
– अल्कोहल का प्रयोग कम या ना करें.
– शुगर का सेवन कम करें.
– संतुलि मात्रा में पानी का सेवन करें.
– डेली एक्टिविटी करें.
कोलेस्ट्रॉल हमारे शरीर के लिए जरूरी होता है, लेकिन इसका जरूरत से ज्यादा होना शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है, इसलिए समय-समय पर इसका टेस्ट कराना जरूरी होता है.