नई दिल्ली, टेक डेस्क। गूगल (Google) ने अपने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग प्लेटफॉर्म गूगल मीट (Google Meet) के लिए एक काम आने वाला ऑटोमेटिक ब्राइटनेस (Automatic Brightness) फीचर जारी किया है। इस फीचर के आने से अब वीडियो कॉल के दौरान विजिब्लिटी यानी दृश्यता बेहतर होगी। यूजर्स कॉल के दौरान एक-दूसरे ठीक से देख पाएंगे। कंपनी का कहना है कि इस फीचर का इस्तेमाल केवल एडमिन ही नहीं बल्कि सभी यूजर कर पाएंगे। यह फीचर यूजर्स के बहुत काम आएगा।
गूगल के ब्लॉग पोस्ट के मुताबिक, गूगल मीट के नए फीचर का उपयोग डेस्कटॉप यूजर्स ही कर पाएंगे। मोबाइल यूजर्स को इस फीचर के लिए थोड़ा इंतजार करना होगा। इस फीचर का उपयोग करने के लिए वेब यूजर्स सबसे पहले सेटिंग सेक्शन में जाएं। यहां एडजस्ट वीडियो लाइटिंग ऑप्शन मिलेगा। यहां यूजर्स को इस विकल्प को ऑन करना होगा। इसके बाद अब यदि यूजर कम लाइट में होगा तो यह फीचर खुद-ब-खुद ब्राइटनेस को बढ़ा देगा, जिससे दृश्यता बेहतर हो जाएगी।
यूजर्स को गूगल मीट में नए फीचर को ऑफ करने की सुविधा मिलेगी। गूगल का कहना है कि ऑटोमेटिक ब्राइटनेस फीचर के एक्टिव होने पर कंप्यूटर या लैपटॉप स्लो चलेगा, लेकिन इसके ऑफ होने पर अन्य ऐप तेजी से काम करेंगे।
गूगल ने बीते वर्ष गूगल मीट ऐप के यूजर्स के लिए न्वॉइज कैंसिलेशन फीचर रोलआउट किया था। यह नया टूल Google Meet पर वीडियो कॉन्फेंसिंग के दौरान बैकग्राउंड की सारी न्वॉइज को कैंसिल कर देता है। इसका मतलब है कि इसमें यूजर को कुछ नहीं करना होगा, सारा काम मशीन लर्निंग और AI बेस्ड होगा। इसका फायदा यह होगा कि यदि दफ्तर की मीटिंग के दौरान कोई पड़ोसी गाना बजा देता है या फिर आपके पालतू कुत्ते भैंकने लगते हैं, तो उनकी आवाज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में नहीं आएगी। इससे आप पूरे ध्यान के साथ मीटिंग में बने रहेंगे।
यह फीचर वर्क फ्रॉम होम कर रहे लोगों के लिए काफी कारगर साबित हो सकता है। इसके अलावा Google Meet में एक अन्य फीचर Meeting Truned Off रोलआउट किया गया है, जिसमें आप Google Meet की सेटिंग में जाकर मीटिंग से ऑटोमेटिकली निकल सकते हैं।