झारखंड के सभी थानों में सीसीटीवी कैमरे लगाने की तैयारी है। इसकी जिम्मेदारी झारखंड एजेंसी फार प्रोमोशन आफ इंफार्मेशन टेक्नोलोजी (जैप आइटी) को दिया गया है। इसके साथ ही जैप आइटी ने थानों में सीसीटीवी कैमरे लगाने को लेकर सर्वे व इससे संबंधित अन्य मसौदों का प्रस्ताव लगभग तैयार कर लिया है। इसे केंद्र को भेजा जाएगा। कैमरे देश के सभी थानों में सीसीटीवी कैमरा लगाने की केंद्र की महत्वाकांक्षी योजना के तहत लगाए जाएंगे। लिहाजा, इस पर आने वाली लागत भी केंद्र सरकार ही वहन करेगी।
बता दें कि राज्य में कुल 606 थाने हैं, जिनमें 282 नक्सल प्रभावित हैं। राज्य में कुल 155 थाने ए-ग्रेड व 127 बी-ग्रेड थाने हैं। पहले चरण में ए-ग्रेड थानों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने की योजना है। थानों में लगे सीसीटीवी कैमरे की मानीटरिंग जिला मुख्यालयों में स्थित संबंधित एसपी कार्यालय से होगी। इसका मुख्य उद्देश्य थाने की पुलिस की कार्यशैली पर नजर रखना है।
क्यों आया सीसीटीवी कैमरा लगाने का विचार
अक्सर यह बातें सामने आती है कि थाने में जाने वाले शिकायतकर्ताओं के साथ पुलिस दुर्व्यवहार करती है। उनकी प्राथमिकी नहीं ली जाती और उनके साथ कभी-कभी पुलिस मारपीट भी कर देती है। इतना ही नहीं, हिरासत में मौत के मामले में भी पुलिस पर प्रताड़ित करने, मारपीट करने के आरोप लगते रहते हैं। ऐसा न हो, वरीय पदाधिकारी ऐसे पुलिसकर्मियों-पदाधिकारियों पर नजर रख सकें, इसी उद्देश्य से सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना है।