Nitin Gadkari: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने गुरुवार को बेंगलुरु-चेन्नई एक्सप्रेसवे (Bengaluru-Chennai Expressway) के डेवलपमेंट का जायजा किया.हवाई निरीक्षण में गडकरी के साथ कर्नाटक के पीडब्ल्यूडी मंत्री सी.सी. पाटिल और भाजपा सांसद बाचेगौड़ा मौजूद थे. केंद्रीय मंत्री ने ट्विटर पर कहा कि कर्नाटक के पीडब्ल्यूडी मंत्री सी.सी. पाटिल और सांसद बी.एन. बाचेगौड़ा के साथ बेंगलुरु-चेन्नई एक्सप्रेसवे की प्रगति का निरीक्षण किया. हम 16,730 करोड़ रुपये की लागत से 262 किलोमीटर लंबी 8-लेन स्ट्रक्चर का निर्माण कर रहे हैं.
तीन राज्यों से होकर गुजरेगा Bengaluru-Chennai Expressway
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खबर के मुताबिक,नितिन गडकरी ने एक्सप्रेसवे (Bengaluru-Chennai Expressway) को डेवलपमेंट का राजमार्ग बताया. बेंगलुरु-चेन्नई एक्सप्रेसवे भारत के राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा विकसित 26 ग्रीन मोटर कॉरिडोर का हिस्सा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मई 2022 में इस परियोजना की आधारशिला रखी थी. यह एक्सप्रेसवे कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु से होकर गुजरेगा. गडकरी बुधवार रात बेंगलुरु पहुंचे थे.मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और उनके सहयोगियों ने उनका स्वागत किया
बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे का हवाई निरीक्षण भी करेंगे
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केंद्रीय मंत्री (Nitin Gadkari) 4,473 करोड़ रुपये की लागत से बने 118 किलोमीटर लंबे बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे (Bengaluru-Mysore Expressway) का हवाई निरीक्षण भी करेंगे. एक्सप्रेसवे से बेंगलुरु और मैसूरु के बीच यात्रा का समय 3.5 घंटे से घटकर 1.5 घंटे हो जाने की उम्मीद है. भाषा की खबर के मुताबिक, पुलिस के मुताबिक, पिछले छह महीनों में 77 दुर्घटनाएं हुई हैं और 28 लोगों की जान चली गई है और 67 लोग घायल हुए हैं. अधिकारियों का दावा है कि एक्सप्रेसवे में 16 दुर्घटना संभावित क्षेत्र हैं और वे इस दिशा में काम कर रहे हैं.
सुविधाओं के लिए भुगतान की भी बात कह चुके हैं Nitin Gadkari
पिछले साल केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने कहा था कि देश में अच्छी सड़कों और दूसरी बेहतर ढांचागत सुविधाओं के लिए लोगों को भुगतान करने की जरूरत है. उन्होंने (Union Minister for Road Transport and Highways) एक्सप्रेसवे से सफर में लगने वाले समय और ईंधन लागत में कमी के बारे में भी बताया था. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का काम भी तेजी से चल रहा है. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से यात्रा समय में 12 घंटे की कमी आएगी.