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शेयर बाजार

Hindenburg Research Impact: यहां पढ़‍िए हिंडनबर्ग के वो 5 आरोप, ज‍िनसे धूल चाटने लगे अडानी के शेयर; न‍िवेशकों में मचा हाहाकार

Adani Gruop Shares: हिंडनबर्ग की र‍िपोर्ट ने दो दिन में भारत के सबसे दौलतमंद शख्स की कंपनियों के 4 लाख 10 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा साफ कर दिये. इस र‍िपोर्ट का ही असर रहा क‍ि अडानी की कंपनियों के शेयर धूल चाटने लगे.

Hindenburg Research: हिंडनबर्ग की एक रिसर्च रिपोर्ट ने भारतीय शेयर बाजार और अडानी ग्रुप की हालत खराब कर दी है। पहले बुधवार और फ‍िर शुक्रवार को शेयर बाजार में आई ग‍िरावट ने दुनिया में तीसरे नंबर के सबसे अमीर गौतम अडानी को सातवें नंबर पर धकेल दिया. इस र‍िपोर्ट ने दो दिन के अंदर भारत के सबसे दौलतमंद शख्स की कंपनियों के 4 लाख 10 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा साफ कर दिये. इस र‍िपोर्ट का ही असर रहा क‍ि अडानी की कंपनियों के शेयर धूल चाटने लगे.

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अडानी ग्रुप के शेयर और उनमें रही ग‍िरावट
शुक्रवार को बंद हुए कारोबार में अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी टोटल गैस, अडानी ट्रांसमिशन के शेयर में 20 प्रत‍िशत की ग‍िरावट आई। इसके अलावा अडानी एंटरप्राइजेस 18 प्रत‍िशत, अंबुजा सीमेंट 16 फीसदी, अडानी पोर्ट्स 15 प्रत‍िशत, ACC 12 प्रत‍िशत, अडानी विल्मार व अडानी पावर 5-5 प्रत‍िशत की ग‍िरावट के साथ बंद हुए।

ह‍िंडनबर्ग की र‍िपोर्ट में बताया गया क‍ि ‘दुनिया के तीसरे सबसे अमीर शख्स ने कैसे कॉरपोरेट इंडस्ट्री की सबसे बड़ी धोखाधड़ी को अंजाम दिया?’ रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर धोखाधड़ी करके कंपनियों की मार्केट वैल्यू को Manipulate करने के बेहद गंभीर आरोप लगाए गए हैं. आइए जानते हैं कंपनी की तरफ से लगाए गए पांच आरोप

आरोप नंबर-1: अडानी ग्रुप की कंपनियों ने शेयरों की कीमत को मैनिपुलेट किया है और अकाउंटिंग फ्रॉड किया है.

आरोप नंबर-2: अडानी ग्रुप ने विदेशों में कई कंपनियां बनाकर टैक्स बचाने का काम किया है.

आरोप नंबर-3: मॉरिशस और कैरेबियाई द्वीपों जैसे टैक्स हैवन देशों में कई बेनामी कंपनियां हैं, जिनकी अडानी ग्रुप की कंपनियों में हिस्सेदारी है.

आरोप नंबर-4: अडानी की लिस्टेड कंपनियों पर भारी कर्ज है, जिसने पूरे ग्रुप को एक अस्थिर वित्तीय स्थिति में डाल दिया है.

आरोप नंबर-5: ऊंचे मूल्यांकन की वजह से कंपनी के शेयरों की कीमत 85 फीसदी तक ज्यादा बताई जा रही है.

इस रिपोर्ट का असर इतना ज्यादा पड़ा है कि सिर्फ दो दिन में ही अडानी ग्रुप को भारी नुकसान उठाना पड़ गया है. हम आपको इस रिपोर्ट के अडानी ग्रुप पर 3 बड़े असर बताते हैं…

1. 25 जनवरी से 27 जनवरी के बीच दो दिन में ही अडानी ग्रुप की मार्केट कैपिटलाइजेशन में से 4 लाख 10 हजार करोड़ रुपये साफ हो गये . 25 जनवरी को मार्केट कैप करीब साढ़े 19 लाख करोड़ रुपये थी, जो घटकर लगभग साढ़े 15 लाख करोड़ रुपये रह गई. यानी करीब 25 प्रत‍िशत की ग‍िरावट.

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2. अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड का 20 हजार करोड़ रुपए का फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर यानी FPO शुक्रवार को खुला. इसका प्राइस बैंड 3112 से 3276 रुपये प्रति शेयर तय हुआ. लेकिन रिपोर्ट के असर से यह पहले दिन सिर्फ 1 प्रत‍िशत ही सब्सक्राइब हुआ.

3. फोर्ब्स की लिस्ट में अडानी ग्रुप के मालिक गौतम अडानी तीसरे नंबर से खिसककर सातवें पर आ गए हैं . 25 जनवरी को उनकी नेटवर्थ 9 लाख 71 हजार 500 करोड़ रुपये थी, जो 27 जनवरी को 7 लाख 86 हजार 400 करोड़ रुपये रह गई. यानी सिर्फ 48 घंटे में 1 लाख 85 हजार करोड़ रुपये पानी में चले गये.

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