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उत्तराखंड

Dehradun Dengue Update: महिला समेत तीन व्यक्तियों में डेंगू की पुष्टि, अब तक 27 लोग आ चुके चपेट में

Dengue

Dehradun Dengue Update राजधानी दून और आसपास के क्षेत्रों में पिछले तीन दिन से लगातार डेंगू के नए मामले मिल रहे हैं। इससे स्वास्थ्य विभाग भी सकते में है। शुक्रवार को तीन और व्यक्तियों में डेंगू की पुष्टि हुई है। इनमें 33 वर्षीय महिला वसंत विहार की रहने वाली है। इसके अलावा इंदिरानगर निवासी 23 वर्षीय युवक व अलकनंदा एनक्लेव जीएमएस रोड निवासी 33 वर्षीय व्यक्ति में भी डेंगू की पुष्टि हुई है। तीनों का स्वास्थ्य सामान्य है। जिले में अब तक डेंगू के 27 मामले मिल चुके हैं।

डेंगू के बढ़ते कहर से आमजन में जहां चिंता है, वहीं स्वास्थ्य महकमे की चुनौती भी बढ़ती जा रही है। विभाग के सामने कोरोना के साथ ही डेंगू से पार पाने की दोहरी चुनौती बनी हुई है। वैसे भी मौसम का मौजूदा मिजाज डेंगू की बीमारी फैलाने वाले मच्छर के लिए मुफीद माना जाता है। हालांकि, विभागीय अधिकारी दावा कर रहे हैं कि नगर निगम के सहयोग से शहरभर में निरंतर दवा का छिड़काव व फागिंग की जा रही है।

जिन इलाकों में डेंगू के मामले मिल रहे हैं, वहां पर व्यापक स्तर पर फागिंग की जा रही है। आसपास के व्यक्तियों को भी स्वच्छता बनाए रखने व डेंग से बचाव के लिए जागरूक किया जा रहा है। जन सामान्य से भी अपील की जा रही है कि वह अपने घर व आसपास के क्षेत्र में खाली बर्तनों में पानी जमा न होने दें। डेंगू की बीमारी फैलाने वाला एडीज मच्छर रुके हुए साफ पानी में ही पनपते हैं।

पीएसआइ व राज्य सरकार के बीच हुआ अनुबंध

राज्य में शहरी स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए प्रदेश सरकार व पापुलेशन सॢवसेज इंटरनेशनल (पीएसआइ) के बीच अनुबंध हुआ है। शुक्रवार को सचिवालय में आयोजित कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत व स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी की उपस्थिति में एनएचएम की मिशन निदेशक सोनिका व पीएसआइ के प्रमुख सलाहकार डा. राकेश कुमार ने अनुबंध पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते के अनुसार एनएचएम की ओर से संचालित शहरी स्वास्थ्य योजना के लिए पीएसआइ तकनीकी सहयोग प्रदान करेगा।

इसके अंतर्गत हेल्थ सिस्टम के सुदृढ़ीकरण के लिए रणनीति बनाने, स्वास्थ्य आंकड़ों की गुणवत्ता में सुधार, हेल्थ मैनेजमेंट इंफोरमेशन सिस्टम व मूल्यांकन प्रणाली को मजबूत करना, राष्ट्रीय कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में कमी अथवा अंतर का आकलन, अभिनव कार्यों का प्रायोगिक स्तर पर क्रियान्वयन, आइईसी रणनीति, संचार सामग्री का विकास, हेल्थ सिस्टम में हो रहे उत्कृष्ट कार्यों का डाक्यूमेंटेशन, रिसर्च व प्रशिक्षण कार्य, स्वास्थ्य के क्षेत्र में निजी एवं सरकारी संस्थाओं के मध्य प्रभावी समन्वय आदि प्रमुख कार्य हैं।

साथ ही पीएसआइ हेल्थ फाइनेंसिंग के लिए लोक निजी सहभागिता के अवसर और प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल के लिए लाजिस्टिक व सप्लाई चेन मैनेजमेंट सेवाओं की उपलब्धता के लिए भी कार्य करेगा। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पीएसआइ स्वास्थ्य क्षेत्र में अनुभवी व ख्याति प्राप्त अंतरराष्ट्रीय संस्था है। संस्था के उपलब्ध कराए जाने वाले तकनीकी सहयोग व परामर्श से राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक कारगर बनाया जा सकता है।

स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी ने इस अनुबंध को सार्थक पहल बताया है। पीएसआइ के प्रमुख सलाहकार डा. राकेश कुमार ने कहा कि राज्य सरकार के साथ सहभागिता एक महत्वपूर्ण पहल है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार के लिए यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज को बढ़ाने के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल पर केंद्रित होना होगा।

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