MCLR Hike: प्राइवेट सेक्टर के आरबीएल बैंक के ग्राहकों के लिए जरूरी खबर है. बैंक ने कर्ज महंगा कर दिया है. नई दरें 22 फरवरी से लागू हो गई हैं.
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नई दिल्ली. आरबीआई ने बीते 8 फरवरी को रेपो रेट में 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी का ऐलान किया था. रेपो रेट बढ़ने के बाद बैंकों ने मार्जिनल कॉस्ट बेस्ड लेंडिंग रेट यानी एमसीएलआर (MCLR) बढ़ाना शुरू कर दिया है. अब प्राइवेट सेक्टर के आरबीएल बैंक (RBL Bank) ने भी अपने ग्राहकों को जोरदार झटका दिया है. बैंक ने अलग-अलग अवधि के एमसीएलआर में 20 बेसिस प्वाइंट यानी 0.20 फीसदी की बढ़ोतरी की है. अब आरबीएल बैंक से लोन लेना महंगा हो जाएगा. बैंक की नई दरें 22 फरवरी, 2022 से लागू हो गई हैं.
ज्यादातर कंज्यूमर लोन एक साल के मार्जिनल कॉस्ट बेस्ड लेंडिंग रेट के आधार पर होती है. ऐसे में एमसीएलआर में बढ़ोतरी से पर्सनल लोन, ऑटो और होम लोन महंगे हो सकते हैं. अब आपको लोन लेने पर पहले से ज्यादा ईएमआई का भुगतान करना होगा. ग्राहकों के जेब पर इसका सीधा असर पड़ेगा.
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आरबीएल बैंक की नई एमसीएलआर दरें
आरबीएल बैंक की ओर से जारी बयान के मुताबिक, एमसीएलआर में 0.20 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है. 22 फरवरी से ओवरनाइट बेंचमार्क एमसीएलआर 8.95 फीसदी, 1 महीने के लिए 9.05 फीसदी, 3 महीने के लिए 9.35 फीसदी, 6 महीने के लिए 9.75 फीसदी और 1 साल का बेंचमार्क एमसीएलआर 10.15 फीसदी हो गया है.
क्या होता है MCLR?
गौरतलब है कि एमसीएलआर भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा विकसित की गई एक पद्धति है जिसके आधार पर बैंक लोन के लिए ब्याज दर निर्धारित करते हैं. उससे पहले सभी बैंक बेस रेट के आधार पर ही ग्राहकों के लिए ब्याज दर तय करते थे.
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लगातार छठी बार रेपो रेट में बढ़ोतरी
बता दें कि रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने 8 फरवरी को लगातार छठीं बार रेपो रेट में बढ़ोतरी कर दी. मौद्रिक नीति बैठक के बाद उन्होंने कहा कि दुनियाभर में बढ़ती महंगाई का दबाव भारत पर भी है और इस पर पूरी तरह काबू पाने के लिए एक बार फिर कर्ज की ब्याज दरें बढ़ाना जरूरी हो गया है. हालांकि, इस बार रेपो रेट में सिर्फ 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है.