गाजियाबाद. यूपी में गाजियाबाद के साहिबाबाद में तैयार हो रहे रैपिड रेल स्टेशन का काम पूरा कर लिया गया है. वहीं, साहिबाबाद आरआरटीएस स्टेशन एक आधुनिक स्टेशन हैं, जिसकी लंबाई लगभग 215 मीटर और चौड़ाई 25 मीटर है. इस स्टेशन को तीन लेवल में बाटा गया हैं. ग्राउंड, कॉनकोर्स और प्लेटफॉर्म लेवल. स्टेशन के दोनों प्लेटफॉर्म पर यात्रियों की सुरक्षा के लिए प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर्स (PSD) इंस्टॉल किए गए हैं. स्टेशन में कॉनकोर्स लेवल से प्लेटफॉर्म लेवल पर आने-जाने के लिए 4 एस्कलेटर हैं और 2 लिफ्ट्स भी लगाई गई हैं. मल्टीमॉडल इंटीग्रेशन के तहत पहले प्रवेश निकास द्वार को साहिबाबाद बस अड्डे (यूपीएसआरटीसी) से जोड़ा गया है.
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बता दें कि आरआरटीएस ट्रेनों में एगॉनॉमिक रूप से डिजाइन किया गया. 2×2 ट्रांसवर्स सीटिंग, आरामदायक स्टैंडिंग स्पेस, लगेज रैक, सीसीटीवी कैमरा, लैपटॉप और मोबाइल चार्जिंग सुविधा, डायनेमिक रूट मैप, इंफोटेनमेंट सिस्टम और रोशनी आधारित आटोमेटिक प्रकाश व्यवस्था आदि सुविधाएं होंगी. वातानुकूलित आरआरटीएस ट्रेनों में मानक के साथ-साथ प्रीमियम क्लास (प्रति ट्रेन एक कोच) के साथ-साथ एक कोच महिला यात्रियों के लिए आरक्षित होगा.
गुजरात में हो रहा ट्रेनों का निर्माण
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मेक इन इंडिया के तहत आरआरटीएस के लिए 100 फीसदी ट्रेन सेट भारत में निर्मित किए जा रहे हैं. ट्रेनों का निर्माण गुजरात के सावली में स्थित एल्सटॉम कारखाने में किया जा रहा है. इस साल एनसीआरटीसी दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के प्रायोरिटी सेक्शन पर ट्रायल रन शुरू करेंगी.
सालाना बिजली पैदा करेगा साहिबाबाद स्टेशन
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मीडिया विजिट के लिए रैपिड रेल को साहिबाबाद स्टेशन पर दिखाया गया. रैपिड रेल साहिबाबाद स्टेशन पर आधुनिक तकनीक से रूफ शेड पर 110 सोलर पैनल लगाए गए हैं. एनसीआरटीसी के अधिकारियों के मुताबिक, रूफ शेड पर लगने वाले 1100 सोलर पैनल से हर साल तकरीबन चार लाख यूनिट बिजली पैदा होगी. अधिकारियों के मुताबिक, साहिबाबाद से दुहाई के बीच 17 किलोमीटर के प्रायोरिटी सेक्शन को 2023 तक और पूरे कॉरिडोर को 2025 तक चालू करने का लक्ष्य रखा गया है. प्रायोरिटी सेक्शन (जिसमें कुल 5 स्टेशन हैं) पर सिविल वर्क पूरा होने वाला है. प्रायोरिटी सेक्शन में साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो शामिल हैं.
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रैपिड रेल की विशेषताएं
>> तेज रफ्तार पर हवा के खिंचाव को कम करने के लिए ट्रेन को एयरोडायनामिक प्रोफाइल दी गई है.
>>एर्गोनॉमिक रूप से डिजाइन की गई 2X2 ट्रांसवर्स सीटिंग.
>>ओवरहेड लगेज रैंक कुशन वाली सीटें हैं.
>> हर ट्रेन में एक प्रीमियम क्लास कार’ जो आराम, सुविधा और यूजर फ्रेंडली होगी. इसमें अधिक लेग रूम, कोट हैंगर के साथ चौड़ी सीटें होंगी.
>>प्रत्येक ट्रेन में महिलाओं के लिए एक कोच आरक्षित होगा.
>> यात्रियों के लिए वाई-फाई.
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>>हर सीट पर मोबाइल चार्जिंग के लिए यूएसबी पोर्ट.
>>दिव्यांगों के लिए व्हीलचेयर की जगह और आपातकालीन चिकित्सा परिवहन के लिए स्ट्रेचर की जगह मौजूद होगी.
>> इंडोर और आउटडोर सर्विलांस सिस्टम.
>>आग के लिए फायर डिटेक्शन सिस्टम.