प्रदीप द्विवेदी, मेरठ। देश की पहली रीजनल रैपिड रेल मेरठ से दिल्ली व हरियाणा-राजस्थान के शहरों में आना-जाना ही आसान नहीं करेगी बल्कि स्थानीय परिवहन व्यवस्था में बहुत बड़ा बदलाव लाएगी। इनके स्टेशनों पर पार्किंग की पर्याप्त व्यवस्था रहेगी। लोग पार्किंग में वाहन खड़ा करके दूसरे शहर जाकर कामकाज निपटा सकेंगे। शहर में दिल्ली रोड व रुड़की रोड को मिलाकर कुल 12 स्टेशन बन रहे हैं और सभी पर पार्किंग बनेगी।
मल्टी लेवल पार्किंग
यदि स्टेशनों पर यात्रियों के वाहनों का दबाव ज्यादा बढ़ा तो पार्किंग को भूमिगत या मल्टी लेवल में भविष्य में बदला जा सकेगा। इतना ही नहीं भैंसाली भूमिगत स्टेशन की ऊपर की जमीन का उपयोग भविष्य में आठ मंजिल के मल्टी लेवल पार्किंग के रूप में करने की भी योजना है। हालांकि इसे अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है न ही वर्तमान कार्ययोजना शामिल है। इस पर तब कार्य होगा जब रैपिड रेल संचालित करने वाली कंपनी को यात्री पर्याप्त संख्या में मिलने लगेंगे। इसके लिए जमीन आरक्षित रहेगी।
भूड़बराल में सबसे ज्यादा रहेगी जगह
भूड़बराल में मेरठ साउथ के नाम से स्टेशन बन रहा है, जिसे मल्टी माडल स्टेशन के रूप में विकसित किया जाएगा। यहां पर रैपिड रेल व मेरठ मेट्रो रुकेगी। साथ ही यहां पर विभिन्न कंपनियों के आउटलेट भी रहेंगे। यहीं पर दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का प्रवेश व निकास भी है। पुरानी दिल्ली रोड भी यहीं से गुजर रही है। यहीं पर देहरादून बाईपास भी मिल रहा है। ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट नीति के तहत एमडीए यहां पर करीब 450 हेक्टेयर की भूमि इंफ्लूएंसर जोन बनाने के लिए महायोजना में प्राविधान कर रहा है। आसपास ही भविष्य में यहां पर आइएसबीटी भी बनाया जाना है। इसलिए भविष्य को देखते हुए यहां पर स्टेशन की जमीन को छोड़कर 20 हजार वर्ग मीटर जमीन सिर्फ प्रवेश-निकास द्वार, पार्किंग, बस शेल्टर के लिए खरीदी जा रही है।
बड़ी संख्या में वाहनों का भार सह लेगा शताब्दीनगर स्टेशन
दैनिक जागरण चौराहे पर शताब्दीनगर स्टेशन बन रहा है। इस स्टेशन का उपयोग रैपिड रेल व मेट्रो दोनों के लिए होगा। ऐसे में इस स्टेशन पर बेगमपुल के बाद सबसे ज्यादा दबाव रहेगा क्योंकि बिजली बंबा बाईपास से आने-जाने वाले लोग इसी स्टेशन पर गाड़ी खड़ी करके दूसरे शहर जाना पसंद करेंगे। इस ङ्क्षचता को ध्यान में रखते हुए यहां पर 13 हजार वर्ग मीटर जमीन अतिरिक्त ली जा रही है। जिसका उपयोग प्रवेश-निकास द्वार व पार्किंग में होगा।
स्टेशनों पर होगी यह सुविधा
– प्रवेश व निकास द्वार
– लिफ्ट
– बस शेल्टर
-शौचालय
– पार्किंग
– अग्निशमन व आपातकालीन सुविधाएं
स्टेशन रैपिड रेल रुकेगी या मेरठ मेट्रो
भूड़बराल दोनों
परतापुर मेट्रो
रिठानी मेट्रो
दैनिक जागरण चौराहा दोनों
ट्रांसपोर्टनगर मेट्रो
फुटबाल चौक मेट्रो
भैंसाली मेट्रो
बेगमपुल दोनों
एमईएस मेट्रो
डोरली मेट्रो
मेरठ नार्थ मेट्रो
मोदीपुरम दोनों
रैपिड रेल व मेट्रो के बारे यह जरूर जानें
रैपिड रेल मोदीपुरम से चलकर दिल्ली के सरायकालेखां जाएगी। यहीं से अलवर व पानीपत के लिए भी रैपिड रेल जाएगी। इसी पटरी पर मेरठ मेट्रो भी चलेगी, लेकिन मेट्रो सिर्फ भूड़बराल से मोदीपुरम तक ही चलेगी। मेट्रो का उपयोग स्थानीय यात्रियों के लिए होगा जबकि रैपिड रेल दूसरे शहर जाने के लिए है। रैपिड रेल की गति 150 किमी प्रति घंटे रहेगी इसलिए इसे हर स्टेशन पर नहीं रोका जा सकता। इसलिए यह मेरठ में सिर्फ चार स्टेशनों पर रुकेगी।