Mehul Choksi: कांग्रेस नेता मेहुल चोकसी ने तंज केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा है कि सरकार विपक्ष के नेताओं के खिलाफ सीबीआई और ईडी का इस्तेमाल करती है और मेहुल चोकसी को राहत दिलवाती है.
Mehul Choksi: कांग्रेस ने भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी का नाम इंटरपोल के रेड नोटिस के डेटाबेस से हटाए जाने की खबर को लेकर सोमवार को सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्षी नेताओं के खिलाफ ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल होता है, लेकिन चोकसी को राहत दिलवाई जाती है.
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पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, “मोदी सरकार के दो भाई- ईडी और सीबीआई. प्रधानमंत्री की प्रतिशोध और धमकी की राजनीति के तहत विपक्षी नेताओं के खिलाफ करवाई होती है, लेकिन इंटरपोल को इस बात की अनुमति दी जाती है कि चोकसी को राहत दी जाए.” समझा जाता है कि इंटरपोल ने भगोड़े मेहुल चोकसी के खिलाफ 13000 करोड़ रुपये के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) धोखाधड़ी मामले में हीरा कारोबारी का नाम अपने रेड नोटिस के डेटाबेस से हटा दिया है. घटनाक्रम से अवगत लोगों ने यह जानकारी दी है.
बता दें, इंटरपोल ने पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के साथ 11,356.84 करोड़ रुपये के ऋण धोखाधड़ी मामले में आरोपी भगोड़े मेहुल चोकसी को अपनी ‘रेड’ नोटिस सूची से हटा दिया है. मेहुल चोकसी को दिसंबर 2018 में रेड नोटिस सूची में जोड़ा गया था. भारतीय जांच एजेंसियों को इस फैसले से बड़ा झटका लगा है. सूत्रों के अनुसार, भारत सरकार के संबंधित अधिकारियों ने इंटरपोल के कदम पर आपत्ति जताई, लेकिन यह निर्णय पर कायम नहीं रहा. इसे लेकर अभी तक सीबीआई ने बयान नहीं दिया है.
क्या है इंटरपोल?
मेहुल चोकसी को जिस इंटरपोल से राहत मिली है, उसके 195 देश सदस्य हैं. इंटरपोल द्वारा रेड नोटिस जारी किये जाने के बाद शख्स को अस्थाई तौर पर हिरासत में लिया जा सकता है और अस्थाई तौर पर ही अरेस्ट किया जा सकता है. इसके बाद शख्स को उस देश के हवाले किया जा सकता है, जिस देश का वह मोस्ट वांटेड होता है.