नई दिल्ली, पीटीआइ। अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) ने सोमवार को कहा कि उसने 26,000 करोड़ रुपये में एसबी एनर्जी इंडिया का अधिग्रहण कर लिया है। कंपनी ने एक बयान में कहा, ‘दुनिया की सबसे बड़ी सौर ऊर्जा डेवलपर एजीईएल ने एसबी एनर्जी होल्डिंग्स लिमिटेड के अधिग्रहण को पूरा कर लिया है। इस सौदे पर इसी साल 18 मई को हस्ताक्षर हुए थे।’
एसबी एनर्जी अब एजीईएल की 100 फीसद स्वामित्व वाली सब्सिडियरी कंपनी बन गई है। इससे पहले यह जापान की साफ्टबैंक ग्रुप कार्प और भारती समूह के बीच क्रमश: 80: 20 का संयुक्त उद्यम थी। यह भारत में नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में सबसे बड़ा अधिग्रहण है। एजीईएल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक (एमडी) विनीत एस जैन ने कहा कि इस लेनदेन की मदद से एजीईएल नवीकरणीय ऊर्जा में वैश्विक लीडर बनने के करीब पहुंच गया है।
उन्होंने कहा, ‘एसबी एनर्जी जैसी संपत्तियों को अपने साथ जोड़ने से अदाणी ग्रीन एनर्जी के कार्बन न्यूट्रल भविष्य की ओर बढ़ने के भारत के प्रयासों में तेजी लाने के इरादे को पता चलता है। एसबी एनर्जी इंडिया के पास अपनी एसपीवी के माध्यम से भारत के चार राज्यों में पांच गीगावाट क्षमता की नवीकरणीय संपत्तियां हैं।
संपूर्ण हरित ऊजा क्षेत्र में 50 से 70 अरब डालर का निवेश करेगा अदाणी समूहअरबपति कारोबार गौतम अदाणी ने सोमवार को कहा कि उनका समूह अगले एक दशक के दौरान संपूर्ण हरित ऊर्जा क्षेत्र में 50 से 70 अरब डालर (3.7 लाख करोड़ से पांच लाख करोड़ से अधिक) का निवेश करेगा। एक कार्यक्रम में बोलते हुए अदाणी ने कहा कि अकेले अक्षय ऊर्जा उत्पादन में 20 अरब डालर से अधिक (लगभग डेढ़ लाख करोड़ रुपये) का निवेश किया जाएगा। हालांकि इसके अलावा उन्होंने उन क्षेत्रों का ब्योरा नहीं दिया जहां समूह निवेश करेगा।