All for Joomla All for Webmasters
ऑटो

Maruti Alto में 17 इंच के अलॉय लगा सकते हैं? हां, लेकिन फिर इन भारी नुकसानों के लिए रहें तैयार

Maruti Alto Modification: मारुति ऑल्टो (Maruti Alto) नेम प्लेट करीब दो दशकों से मौजूद है. इस दौरान इससे कई अपडेट्स दिए गए और कई फेसलिफ्ट भी आए. ऑल्टो अपने कॉम्पैक्ट साइज, माइलेज और किफायती होने के लिए जानी जाती है. यह कई सालों से देश की सबसे अधिक बिकने वाली कारों में से शामिल है.

ये भी पढ़ें–Free का चाहते हैं राशन, तो phone में डाउनलोड करें ये App

Maruti Alto Wheels Modification: मारुति ऑल्टो (Maruti Alto) नेम प्लेट करीब दो दशकों से मौजूद है. इस दौरान इससे कई अपडेट्स दिए गए और कई फेसलिफ्ट भी आए. ऑल्टो अपने कॉम्पैक्ट साइज, माइलेज और किफायती होने के लिए जानी जाती है. यह कई सालों से देश की सबसे अधिक बिकने वाली कारों में से शामिल है. इस एंट्री-लेवल हैचबैक की अच्छी बिक्री होती है. यह काफी लोकप्रिय है. कुछ समय पहले तक ऑल्टो नेम प्लेट के तहत दो मॉडल- ऑल्टो 800 और ऑल्टो के10 बेचे जा रहे थे लेकिन अभी कंपनी ने ऑल्टो 800 को बंद कर दिया है और सिर्फ ऑल्टो के10 को बेच रही है.

ये भी पढ़ें–PNB Advisory: पंजाब नेशनल बैंक के कस्टमर ध्यान दें, इस तरह के मैसेज इग्नोर करें वरना अकाउंट हो जाएगा खाली

क्या ऑल्टो में लगाए जा सकते हैं 17 इंजन के व्हील?

मारुति ऑल्टो के10 में 13 इंच के व्हील आते हैं लेकिन अगर कोई उसमें 17 इंच के अलॉय व्हील लगाना चाहे तो क्या यह हो सकता है? तकनीकी रूप से ऑल्टो में 17 इंच के अलॉय व्हील लगाना संभव है लेकिन इसे रिकमेंड नहीं किया जाता है. मारुति ऑल्टो शहरी ड्राइविंग के लिए डिज़ाइन की गई एक छोटी कार है. इसके सस्पेंशन और ब्रेकिंग सिस्टम को बड़े पहियों को संभालने के लिए डिजाइन नहीं किया गया है. बड़े अलॉय को फिट करने से हैंडलिंग खराब हो सकती है, सस्पेंशन और ब्रेकिंग कंपोनेंट्स ज्यादा जल्दी खराब होंगे. 

ये भी पढ़ें– अचानक पड़ गई पैसों की जरूरत, न लें टेंशन, यहां मिल सकते हैं 10,000 रुपये, कैसे करें अप्लाई

इतना ही नहीं, सेफ्टी के लिहाज से भी मारुति ऑल्टो में बड़े व्हील सही नहीं रहेंगे. अलग बड़े व्हील और टायर होंगे तो कार के स्पीडोमीटर और ओडोमीटर रीडिंग की सटीकता भी प्रभावित हो सकती है. हो सकता है कि आपको स्पीडोमीटर में सही रीडिंग ना मिले. इनसे कार के माइलेज पर असर पड़ेगा और इंजन भी प्रभावित होगा. कार को चलाने के लिए इंजन को ज्यादा पावर जनरेट करने की जरूरत होगी.

Source :
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

लोकप्रिय

To Top