Share Market News: पिछले 1 साल में भारतीय बाजारों में तेजी का रुख रहा है. इस अवधि में बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी 50 लगभग 55 फीसदी चढ़ा. पॉजिटिव ग्लोबल संकेत, बढ़ती अर्थव्यवस्था, टीकाकरण अभियान में वृद्धि, साथ ही COVID-19 मामलों में तेजी से गिरावट, कुछ ऐसे कारक हैं जिन्होंने इस रैली में योगदान दिया. भारतीय इक्विटी बाजारों में इस वृद्धि में कई शेयरों और सेक्टर्स ने योगदान दिया.
ऐसा ही एक टॉप परफॉर्मेंस देने वाला फाइनेंस सेक्टर है. इस क्षेत्र में बैंक, वित्तीय संस्थान, हाउसिंग फाइनेंस कंपनियां, बीमा कंपनियां आदि शामिल हैं. निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज इंडेक्स पिछले 1 साल में बेंचमार्क निफ्टी से बेहतर प्रदर्शन करते हुए 65 फीसदी चढ़ा है. निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज इंडेक्स के सभी घटक भी इस अवधि में सकारात्मक रहे, जिसमें 6 शेयरों ने मल्टीबैगर रिटर्न दिया. जानते हैं उन शेयर्स के बारे में जो पिछले 1 साल में 100 फीसदी से ज्यादा उछले हैं:-
Bajaj Finserv:
- पिछले 1 साल में इस NBFC शेयर ने 200 फीसदी से ज्यादा रिटर्न दिया है.
- सिर्फ 2021 में इसने अपने निवेशकों को मजबूत रिटर्न देते हुए 110 प्रतिशत की वृद्धि की है.
Cholamandalam Investment & Finance:
- पिछले 1 साल में स्टॉक 152 प्रतिशत बढ़ा है और 2021 में अब तक 56 प्रतिशत बढ़ा है.
- 1978 में स्थापित, यह एक लार्ज-कैप NBFC फर्म है जिसका मार्केट कैप ₹48,824 करोड़ है.
State Bank of India:
- बैंकिंग स्टॉक पिछले 1 साल में 142 प्रतिशत और 2021 में YTD के हिसाब से 80 प्रतिशत से अधिक बढ़ गया है.
- एसबीआई 38 लाख करोड़ रुपये के बाजार पूंजीकरण के साथ सार्वजनिक क्षेत्र का सबसे बड़ा बैंक है.
Bajaj Finance:
- पिछले 1 साल में स्टॉक में 140 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और 2021 में YTD के हिसाब से 48 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
- यह निवेशकों के साथ-साथ विशेषज्ञों के बीच सबसे पसंदीदा एनबीएफसी शेयरों में से एक है, जिसका बाजार पूंजीकरण 73 लाख करोड़ रुपये है.
Piramal Enterprises:
- पिछले 1 साल में यह NBFC स्टॉक 114 प्रतिशत और 2021 में YTD के हिसाब से 99 प्रतिशत बढ़ा है.
- फर्म ने हाल ही में दिवालिया डीएचएफएल का अधिग्रहण किया है. इसका बाजार पूंजीकरण 67704 करोड़ रुपये है.
Shriram Transport Finance:
- पिछले 1 साल में स्टॉक में 113 फीसदी और 2021 में YTD के हिसाब से 34 फीसदी की तेजी आई है.
- एनबीएफसी फर्म का बाजार पूंजीकरण 37,178 करोड़ है और यह कई विश्लेषकों और निवेशकों का पसंदीदा विकल्प है.