Tomato Price in Delhi NCR देशभर में टमाटर की कीमतों में जबदस्त इजाफा देखने को मिला है। दिल्ली से सटे नोएडा में दाम 160 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए हैं। टमाटर के दाम बढ़ने के पीछे की वजह देशभर में होने वाली मानसून की बारिश को बताया जा रहा है जिसके कारण दिल्ली की बड़ी मंडियों में टमाटर की आवक कम हो गई है। (फोटो – जागरण फाइल )
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। देश में टमाटर के कीमतों में अचानक बढ़ोतरी देखने को मिली है। इस कराण आम आदमी के लिए घरों में सब्जी बनाने के लिए उपयोग होने वाला टमाटर खरीदना पहले के मुकाबले काफी महंगा हो गया है। कई शहरों में टमाटर की कीमत 160 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है, जिसके कारण लोगों के घर का बजट बिगड़ गया है।
ये भी पढ़ें– RBI की एक साथ 7 बैंकों पर लिया बड़ी कार्रवाई, आपका भी है खाता तो पढ़ें जरूर
देशभर में टमाटर के दाम
देश के लगभग सभी शहरों में टमाटर की कीमतों में इजाफा हो गया है। टमाटर दिल्ली में 100 से 140 रुपये किलो, जबकि दिल्ली से सटे नोएडा में 160 रुपये प्रतिकिलो तक, गाजियाबाद में 150 रुपये प्रतिकिलो तक और कानपुर में 100 रुपये प्रतिकिलो तक मिल रहे हैं।
दिल्ली की रहने वाली अंकिता पाण्डेय ने बताया कि कुछ दिनों पहले तक उन्होंने बाजार से 40 से 50 रुपये किलो तक टमाटर खरीदे थे, लेकिन अब टमाटर की कीमत 140 रुपये प्रतिकिलो तक पहुंच गई है।
नोएडा के रहने वाले अतुल ने बताया कि पास की मंडी में टमाटर 160 रुपये प्रतिकिलो मिल रहा है, जबकि कुछ दिनों पहले ये 50 रुपये प्रतिकिलो तक मिल रहे थे।
ये भी पढ़ें– Gold Silver Price Today: सोने और चांदी की कीमतों में तेजी, चेक करें 10 Gram का Rate
क्या है टमाटर के दाम बढ़ने की वजह?
देशभर में खासकर दिल्ली एनसीआर में इन दिनों प्रतिदिन बारिश हो रही है। इससे आसपास की फसल को काफी नुकसान हुआ है। इसके साथ देश की बड़ी टमाटर मंडियों जैसे बेंगलुरु और नासिक से टमाटर दिल्ली नहीं आ पाया है, जिसके कारण दिल्ली एनसीआर के साथ-साथ देश में टमाटर की कीमतों में इजाफा देखने को मिल रहा है।
ये भी पढ़ें– मोटापा को गलाकर वजन कंट्रोल करेगा इस काले बीज का पानी, लटकती तोंद को करे अंदर, सेहत को देगा कई फायदे
गाजीपुर फल और सब्जी मंडी में थोक व्यापारी शिवकेश मौर्य ने कहा है कि इस बार दिल्ली एनसीआर में मानसून की बारिश लगभग 15 दिन पहले शुरू हो गई है, जिसके चलते दिल्ली और उसके के इलाकों में टमाटर की फसल को नुकसान पहुंचा है और इसके अलावा देश के दक्षिण राज्यों से टमाटार की पैदावार मंडियों में पहुंच नहीं पाई है।