नागपुर में रात में हुई मूसलाधार बारिश से घरों में पानी घुस गया है. लोगों को बचाने के लिए एनडीआरएफ की टीमें बाढ़ प्रभावित इलाकों में पहुंची हैं.
महाराष्ट्र के नागपुर में चार घंटे की मूसलाधार बारिश ने शहर को पानी-पानी कर दिया है. नागपुर में 4 घंटे के अंदर 100 मिली मीटर बारिश हुई. इसके चलते नागपुर के कई हिस्से में जल जमाव हो गया है. अंबाझरी लेक ओवरफ्लो होने के कारण उसके आसपास इलाके में पानी भर गया है. इन जगहों पर एनडीआरएफ रेस्क्यू का काम कर रही है. जी मीडिया संवाददाता ने बताया कि झांसी रानी चौक से सीताबर्डी मेट्रो इंटरचेंज स्टेशन तक जाने वाला हिस्सा पानी में डूबा हुआ है. नागपुर में रात को हुई भारी बारिश ने तबाही मचा दी है. मोरभवन बस स्टैंड पर 12 से 15 बसें बारिश के पानी में फंसी हुई हैं. घर में फंसे लोगों को निकालने के लिए सेना की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया है.
रात में हुई भारी बारिश और फिर अंबाझारी झील के ओवरफ्लो होने के बाद अंबाझारी इलाके में कई जगहों पर पानी जमा हो गया है. वर्मा ले आउट, समता ले आउट में 10 से 15 फीट तक पानी जमा हो गया है…इस इलाके के घरों में पानी जमा हो गया है. पहली मंजिल पानी में डूब गई है.वहां कई लोग फंसे हुए हैं. ग्राउंड फ्लोर पर पूरी तरह से पानी भर गया है और सेना की दो टीमें और अग्निशमन विभाग की एक टीम ने घर में फंसे लोगों को निकालने के लिए बचाव अभियान शुरू कर दिया है.
NDRF की टीम द्वारा अंबाझरी झील क्षेत्र में बचाव अभियान चलाया जा रहा है.6 लोगों को रेस्क्यू किया गया है. बचाव अभियान अभी भी जारी है. वहीं, महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले ने जलभराव वाले क्षेत्र का निरीक्षण किया. उन्होंने कहा कि तीन घंटे में काफी बारिश हुई है जिससे अंबाझरी बांध ओवरफ्लो हो चुका है और कई इलाकों में काफी बारिश हुई है. 15 लोगों को बचाया गया है और जहां- जहां अलर्ट आ रहे हैं वहां से लोगों को बचाया जा रहा है, NDRF और SDRF काम पर लगी हुई है. हम सब लोग यहां पर हैं, उपमुख्यमंत्री पूरे इस स्थिति पर निगरानी बनाए हुए हैं. इसमें जान का तो नहीं लेकिन सामानों का बहुत नुकसान हुआ है.
बता दें कि नागपुर में भारी बारिश की वजह से जनजीवन पर भारी असर पड़ा है. कई जगहों पर लोगों के घरों में भी पानी घुस गया है. सड़कें पानी से लबालब हो गई हैं. कई इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है. बाढ़ प्रभावित इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है