भविष्य को सुरक्षित और परेशानियों से मुक्त बनाने के लिए बचत करना जरूरी है. हालांकि सिर्फ बचत करना ही पर्याप्त नहीं होता है. समय के साथ बड़ा फंड तैयार करने के लिए बचत के पैसों को अच्छे से निवेश करना ज्यादा जरूरी है, वर्ना आपके बचाए पैसे की वैल्यू धीरे-धीरे कम होती जाती है. अगर आप सही से अपने बचाए पैसों को निवेश करते हैं तो कुछ ही सालों में आप करोड़पति बन सकते हैं.
ये भी पढ़ें– मणिपुर हिंसा: एयरपोर्ट पर बस स्टैंड जैसा नजारा, 25000 में मिल रहा 2500 का टिकट
दरअसल अलग-अलग लोगों के जीवन के लक्ष्य अलग होते हैं, लेकिन जीवन के बड़े लक्ष्य चाहे वह घर खरीदना हो या बच्चों की पढ़ाई, नई गाड़ी लेनी हो या रिटायरमेंट का प्लान… अच्छा फंड होना जरूरी है. हालांकि अलग-अलग लक्ष्यों के हिसाब से लोगों के इन्वेस्टमेंट करने और सेविंग्स के तरीके बदल जाते हैं. कई लोगों को ज्यादा से ज्यादा रिटर्न की चाह होती है और वे रिस्क की परवाह नहीं करते हैं. वहीं कुछ ऐसे भी लोग होते हैं, जिनके लिए रिस्क बड़ा फैक्टर है और इस तरह के लोग कम रिटर्न के बाद भी सुरक्षित माध्यमों को तरजीह देते हैं.
ये भी पढ़ें– Stock to Buy: नतीजों के बाद 52-वीक हाई पर Britannia का शेयर, खरीदें या बेचें? जानिए ब्रोकरेज की स्ट्रैटेजी
आप इनमें से किसी भी कैटेगरी के हों, आपके पास करोड़ों का फंड तैयार करने का विकल्प मौजूद है. हां, बस इसमें लगने वाला समय ज्यादा या कम हो सकता है. दोनों तरीकों के एक-एक उदाहरण की बात करें तो अधिक रिटर्न देने के मामले में म्यूचुअल फंड लोगों के लिए पसंदीदा है, तो सुरक्षित माध्यमों में पीपीएफ सबसे बेहतर विकल्पों में से एक है. आइए जानते हैं कि इन दोनों में क्या फर्क है, दोनों में कौन ज्यादा फायदेमंद हैं और किस स्कीम से आप जल्दी करोड़पति बन सकते हैं…
पब्लिक प्रोविडेंट फंड
यह फ्यूचर के लिए सेविंग करने में मदद करने के साथ ही टैक्स की भी बचत कराता है. पीपीएफ के इन्वेस्टर्स को डिपॉजिट पर ब्याज मिलता है और ब्याज से होने वाली कमाई पर कोई टैक्स नहीं लगता है. पीपीएफ स्कीम के कुछ फायदे इस प्रकार हैं:
- गवर्नमेंट से सिक्योर्ड
- सेक्शन 80C के तहत टैक्स से छूट
- 500 रुपये भी जमा करने की सुविधा
- ब्याज से तय इनकम
ये भी पढ़ें– Doorstep Banking: घर तक चलकर आएगा बैंक! ऐसे करें सर्विस के लिए रिक्वेस्ट
म्यूचुअल फंड
इसमें इन्वेस्टर अपना पैसा डालता है, जिसे प्रोफेशनल लोग मैनेज करते हैं. स्कीम के सभी इन्वेस्टर्स के पैसे को प्रोफेशनल लोग अपने हिसाब से कई जगहों पर लगाते हैं. म्यूचुअल फंड में पैसे लगाने के ये फायदे हैं:
- अधिक रिटर्न
- फंड को प्रोफेशनल मैनेज करते हैं
- एसआईपी के साथ ही लम्प सम्प के विकल्प
- छोटी रकम से भी शुरुआत की सुविधा
अब एक बात मान लीजिए कि आप हर महीने 10,000 रुपये यानी डेली करीब 330 रुपये इन्वेस्ट कर करोड़पति बनना चाहते हैं. पहले पीपीएफ के मामले में इसे समझ लेते हैं. पीपीएफ पर अभी 7.1 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा है. पीपीएफ पर रिटर्न घटता-बढ़ता रहता है. फिर भी मान लेते हैं कि औसत ब्याज 7.5 फीसदी रहता है. इस स्थिति में आपको करोड़पति बनने में 27 साल लग जाएंगे.
ये भी पढ़ें– Petrol Diesel Prices: कच्चे तेल की कीमतों में तेजी, देश के इन राज्यों में बदले पेट्रोल-डीजल के दाम
म्यूचुअल फंड के मामले में बड़े आराम से 10-12 फीसदी का रिटर्न मिल जाता है. यह कम्पाउंडिंग का भी फायदा देता है. यहां अगर आप हर महीने 10,000 रुपये लगाते हैं और रिटर्न 12 फीसदी मान लेते हैं तो आप 20-21 साल में करोड़पति बन जाएंगे. ध्यान देने वाली बात है कि यह न सिर्फ पीपीएफ से पहले करोड़पति बना सकता है, बल्कि इसमें इन्वेस्टमेंट की मूल राशि भी कम रहती है.