Veg Thali Price Rise: सब्जियों के दामों में बढ़ोतरी से शाकाहारी थाली की लागत 8 प्रतिशत बढ़ गई है, जबकि ब्रॉयलर के दाम कम होने से मांसाहारी थाली की लागत घटी है.
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Veg Thali Price Rise Latest Update: रेटिंग एजेंसी क्रिसिल (CRISIL) ने बुधवार को एक रिपोर्ट जारी की जिसमें कहा गया है कि प्याज, टमाटर और आलू के महंगे होने से घर में बनी शाकाहारी थाली की कीमत अप्रैल में 8 प्रतिशत बढ़ाकर 27.4 रुपये हो गई. जबकि पिछले साल इस महीने में इसकी लागत 25.4 रुपये थी.
रेटिंग एजेंसी क्रिसिल की ‘रोटी चावल दर’ रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रॉयलर सस्ता होने के कारण इसी अवधि में मांसाहारी थाली की कीमत 58.9 रुपये से 4 प्रतिशत गिरकर 56.3 रुपये हो गई.
शाकाहारी थाली में रोटी, प्याज, टमाटर, आलू, चावल, दाल, दही और सलाद होता है. मांसाहारी थाली में वही खाद्य पदार्थ होते हैं, लेकिन चिकन (ब्रॉयलर) दाल की जगह ले लेता है. घर में तैयार की जाने वाली थाली की औसत लागत की कैलकुलेशन उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम भारत में इनपुट कीमतों के आधार पर की जाती है.
क्रिसिल ने बताया कि रबी के रकबे में रिकॉर्ड गिरावट और पश्चिम बंगाल में आलू की फसल को नुकसान होने के कारण प्याज की कम आवक के कारण कीमतों में बढ़ोतरी हुई.
चावल और दालों की कीमतों में भी साल-दर-साल (Y-o-Y) 14 प्रतिशत और 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है.
जीरा, मिर्च और वनस्पति तेल की कीमतों में 40 प्रतिशत, 31 प्रतिशत और 10 प्रतिशत की गिरावट आई, जिससे शाकाहारी थाली की लागत में अधिक बढ़ोतरी नहीं हुई.
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ब्रॉयलर चिकन की कीमत में साल-दर-साल 12 प्रतिशत की कमी देखी गई, जो ब्रायलर यानी चिकन की कीमतों में कमी की वजह से आई. एक थाली की कुल लागत में ब्रॉयलर की हिस्सेदारी 50 प्रतिशत होती है.
बता दें, प्याज की कीमतों में 4 प्रतिशत की गिरावट और ईंधन की लागत में 3 प्रतिशत की गिरावट के कारण अप्रैल में शाकाहारी थाली की कीमत स्थिर रही. टमाटर और आलू की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी जारी है.
ब्रॉयलर की अधिक मांग और बढ़ती इनपुट लागत के कारण मार्च की तुलना में मांसाहारी थाली की लागत 3 प्रतिशत बढ़ गई.
क्रिसिल मार्केट इंटेलिजेंस एंड एनालिटिक्स के शोध निदेशक पुशन शर्मा के मुताबिक, निकट भविष्य में सब्जियों की कीमतें “ऊंची रहने” की संभावना है.
उन्होंने कहा कि नवंबर 2023 से, शाकाहारी और मांसाहारी थालियों की कीमतों में बड़ा अंतर देखा जा रहा है. शाकाहारी थाली साल-दर-साल महंगी होती जा रही है, जबकि मांसाहारी थाली सस्ती हो रही है. इसका मुख्य कारण ब्रॉयलर की कीमतों में गिरावट है, जबकि प्याज, आलू और टमाटर जैसी सब्जियों की कीमतें बढ़ी हैं.
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उन्होंने आगे कहा कि हमें उम्मीद है कि सब्जियों की कीमतें स्थिर रहेंगी. हालांकि, गेहूं और दालों की कीमतों में अनुमानित गिरावट से कुछ राहत मिलेगी.