धर्मशाला हल्के के तहत जदरांगल में प्रस्तावित केंद्रीय विश्वविद्यालय परिसर निर्माण को लेकर चली अटकलों पर अब फिर विराम लग गया है, क्योंकि अब जियोलोजिकल सर्वे आफ इंडिया की टीम फिर प्रस्तावित भुमि की जांच ओर अध्ययन करने के लिए 25 सितंबर को पहुंच रही है। अब धर्मशाला हल्के के जदरांगल में सीयू परिसर के निर्माण की पुनः उम्मीद बढ़ने से लोगों ने कुछ राहत की सांस ली है।
हल्के की दस पंचायतों के जन प्रतिनिधियों सहित 20 हजार लोगों ने एक जुट होकर एक हस्ताक्षर अभियान चला कर सीयू निर्माण की आवाज बुलंद की थी। जिसे दैनिक जागरण ने 7 सितंबर के अक में सीयू निर्माण के लिए आवाज बुलंद शीर्षक से समाचार प्रकाशित कर मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था। विदित रहे वर्ष 2009के दौरान तीस फीसद परिसर जदरांगल संचालित करने की घोषणा की गई थी और 75 हैक्टेयर भूमि भी हस्तांतरित कर दी गई थी। लेकिन दो माह पहले जियालोजिकल रिपोर्ट में यहां सीयू परिसर निर्माण से इंकार कर दिया गया था। जिस पर लोगों ने रोष जताया था।
ग्राम पंचायत बाघनी प्रधान सुरेश धीमान, कैलाश वालिया, संसार मित्र दीक्षित व तंगरोटी खास पंचायत प्रधान योगेश ने बताया कि सीयू परिसर के लिए प्रस्तावित जमीन का अब दोबारा सर्वे होने से यहां के लोगों की उम्मीदें फिर जगी है। यहां परिसर बनने से स्थानीय लोगों को ही नहीं वल्कि पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। केंद्रीय विश्वविद्यालय के निर्माण को लेकर काफी अड़चनों के बाद अब फिर भी आशा की किरण जगी है । जदरांगल में प्रस्तावित परिसर निर्माण को यहां की पंचायतों ने भी एक जुट होकर आवाज बुलंद की थी।
वर्ष 2019 में तत्कालीन संसाधन मंत्री ने शिलान्यास कर जदरागल में ही सीयू परिसर का रास्ता साफ किया था। फिर अड़चनें आने से लोग अपना हक देने के लिए आगे आने की तैयारी करने लगे ।अव दोवारा सर्वे होने से लोग राहत की सांस लेने लगे हैं। उधर उपायुक्त कांगड़ा डा. निपुण जिंदल ने बताया कि केंद्रीय टीम 25 सितंबर को जदरागंल में प्रस्तावित सीयू परिसर की जांच ओर अध्ययन करने पहुंच रही वो तीन दिन सर्वे करेगी।