मीरां साहिब, संवाद सहयोगी : टिंडे कला गांव में वीरवार को महाराजा हरि सिंह की जयंती पर अखिल भारतीय अनुसूचित जाति जनजाति पिछड़ा वर्ग संगठन के पदाधिकारियों की एक बैठक संगठन के तहसील प्रधान दर्शन बनमाेतरा की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में सरकार से मांग उठाई गई कि डोगरा शासक महाराजा हरि सिंह की जयंती पर सरकार की ओर से छुट्टी घोषित की जानी चाहिए।
इस अवसर पर अपने संबोधन में संगठन के तहसील प्रधान दर्शन बनमोतरा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर का भारत के साथ विलय करने वाले डोगरा शासक महाराजा हरि सिंह ने दलित समाज के उत्थान के लिए हमेशा ही आगे बढ़कर काम किया समाज में जो दलित वर्ग के लोगों के साथ उच्च वर्ग के लोग भेदभाव करते थे।महाराजा ने उस भेदभाव को मिटाया। ऐसी महान हस्ती की जयंती पर केंद्र सरकार से हमारी अपील है कि उनके सम्मान में उनकी जयंती पर सरकारी छुट्टी घोषित होनी चाहिए।
उन्होंने कहा समाज के उच्च जाति वर्ग के लोग दलित वर्ग के लोगों के साथ छुआछूत करते थे। कुएं से पानी नहीं भरने देते थे। जब महाराजा हरि सिंह के पास यह बात पहुंची तो उन्होंने दलित समाज के प्रति भेदभाव की नीति को खत्म किया। दलित समाज की भलाई के लिए काम किया। इसी के चलते आज अखिल भारतीय पिछड़ा वर्ग संगठन की ओर से उनके सम्मान में बैठक रखी गई थी।
अखिल भारतीय अनुसूचित जाति जनजाति पिछड़ा वर्ग संगठन ने कहा कि सरकार इस ओर ध्यान दें और महाराजा हरि सिंह की जयंती पर सरकारी छुट्टी घोषित होनी चाहिए। यही उनके लिए सच्चा सम्मान होगा और उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि उनकी जयंती पर हर साल अगर सरकारी छुट्टी घोषित नहीं की जाती है तो संगठन के लोग सड़क पर उतरकर धरना-प्रदर्शन करने पर मजबूर हो जाएंगे। बैठक में मनोहर लाल, बहादुर चंद, रमेश नारायण, सूरज प्रकाश, तरसेम लाल, राकेश कुमार, चमन लाल, गिरधारी लाल, अशोक कुमार, सरदारी लाल, मोहनलाल, सौदागर लाल, शिवकुमार आदि सहित कई लोग उपस्थित थे।