नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। इंडियन प्रीमियर लीग के 14वें सीजन के पहले क्वालीफायर में टूर्नामेंट की टाप टीम दिल्ली कैपिटल्स को रोमांचक मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ हार मिली। पहले बल्लेबाजी करते हुए दिल्ली ने 5 विकेट के नुकसान पर 172 रन बनाए। चेन्नई ने 6 खोकर 19.4 ओवर में जीत का लक्ष्य हासिल कर 4 विकेट से जीत दर्ज की। इस जीत के साथ ही चेन्नई की टीम ने फाइनल में जगह पक्की कर ली।
टास हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी दिल्ली के लिए कप्तान रिषभ पंत और ओपनर पृथ्वी शा ने अर्धशतक जमाया। खराब शुरुआत के बाद भी टीम ने शिमरोन हेटमायर और पंत की तेज पारी के दम पर चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया। इस मैच के दौरान दिल्ली के कप्तान पंत से दो ऐसी चूक हुई जिसका खामियाजा पूरी टीम को उठाना पड़ा। अगर यह चूक ना हुई होती तो शायद दिल्ली की टीम चेन्नई को हराकर फाइनल में पहुंच सकती थी।
पंत ने पहले बल्लेबाजी में की चूक
चेन्नई के खिलाफ आखिरी ओवर में बल्लेबाजी करते हुए चार गेंद को बर्बाद किया। पहले 19 ओवर की आखिरी गेंद पर उन्होंने रन लेने से मना किया जिससे कि उनके अगले ओवर में स्ट्राइक मिल सके। 20वें ओवर की पहली तीन गेंद पर पंत ने शाट लगाया लेकिन रन नहीं लिया जबकि दूसरी छोर पर मौजूद टाम कुर्रन दूसरे छोर भी बड़े शाट लगा सकते थे। इन चार गेंद पर अगर तीन रन भी बन जाते तो शायद मैच का नतीजा कुछ और हो सकता था।
पंत ने गेंदबाजी में की सबसे बड़ी चूक
दुनियाभर के बल्लेबाजों में खौफ भरने वाले साउथ अफ्रीका के तेज गेंदबाज कगिसो रबादा को डेथ ओवर का माहिर गेंदबाज माना जाता है। उनका एक ओवर शेष रहने के बाद भी पंत ने टाम को गेंदबाजी करने 20वें ओवर में बुलाया। यह हद से ज्यादा चौंकाने वाला फैसला था क्योंकि इतने अनुभवी गेंदबाज के होने के बाद भी कम अनुभवी खिलाड़ी को गेंद थमाना समझ से परे हैं।