Ludhiana Blast: पंजाब के लुधियाना में गुरुवार को जिला अदालत परिसर में हुए विस्फोट में एक व्यक्ति की मौत हो गई और पांच अन्य घायल हो गए थे.सूत्रों मुताबिक बम ब्लास्ट पाकिस्तान में बब्बर खालसा के आतंकी रिंदा संधू (Babbar Khalsa terrorist Rinda Sandhu) ने करवाया था. आरोपी गगनदीप सिंह 2 साल से जेल में था और करीब चार माह पहले ही जमानत पर जेल से छूटा था.
नई दिल्ली. पंजाब के लुधियाना में गुरुवार को जिला अदालत परिसर में हुए विस्फोट ( Ludhiana court complex Blast) को लेकर लगातार नई जानकारियां सामने आ रही हैं. खुफिया सूत्रों के मुताबिक इस ब्लास्ट का मकसद न्यायपालिका को निशाना बनाना था. सूत्रों के मुताबिक हमलावर बम को ग्राउंड फ्लोर पर प्लांट करना चाह रहा था जिससे कि ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचे. हालांकि बम फिट करते समय की धमाका हो गया. बता दें कि धमाके में एक व्यक्ति की मौत हो गई और पांच अन्य घायल हो गए. कहा जा रहा है कि बम लगाने वाले की मौके पर मौत हो गई.
सूत्रों ने सीएनएन-न्यूज 18 को बताया कि शुरुआती जांच से संकेत मिलते हैं कि विस्फोट पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठनों ने स्थानीय गैंगस्टरों के जरिए करवाया. भगोड़े हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा सिंह की भूमिका संदेह के घेरे में है. रिंदा कुछ साल पहले पाकिस्तान भाग गया था. कहा जा रहा है कि उसने पंजाब में अपने साथियों की मदद से हमले को अंजाम दिया. सूत्रों ने बताया कि करीब दो से तीन किलोग्राम विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया.
आरोपी की मौके पर मौत
कहा जा रहा है कि बम लगने वाला आरोपी ड्रग केस में बर्खास्त हेड कांस्टेबल गगनदीप सिंह था. जानकारी के मुताबिक आरोपी गगनदीप सिंह 2 साल से जेल में था और करीब चार माह पहले ही जमानत पर जेल से छूटा था. पुलिस को ब्लास्ट के स्थान पर इंटरनेट डोंगल मिला है. जिसे ट्रेस करने पर पता चला कि चार बम एक्टिवेट करने के लिए 13 इंटरनेट कॉल किए गए थे.
लगतार हो रही है घटनाएं
हाल के दिनों में स्वर्ण मंदिर सहित महत्वपूर्ण सिख धर्मस्थलों से कथित रूप से बेअदबी की कुछ घटनाएं सामने आई हैं. जिसके बाद संदिग्धों की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई. इस सप्ताह लुधियाना में विस्फोट के अलावा, पिछले महीने हथगोले फेंकने की दो घटनाएं सामने आई थीं. पहली नवांशहर के एक पुलिस स्टेशन में और दूसरी पठानकोट में आर्मी गेट के सामने.पाकिस्तान से लगती सीमा पर ड्रोन देखे जाने की घटनाएं भी बढ़ी हैं. कहा जा रहा है कि विधानसभा चुनाव से पहले अस्थिरता फैलाने की कोशिश की जा रहा है.