कोविड-19 के नए वैरिएंट के मामले भारत में तेजी से बढ़ रहे हैं. इस बीच कई राज्यों ने नाइट कर्फ्यू लगाने का फैसला किया है. लोगों से मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील की जा रही है.
नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) के नए वैरिएंट Omicron के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. एक्सपर्ट्स आशंका जता रहे हैं कि Omicron की वजह से भारत में कोरोना की तीसरी लहर (Third Wave) आ सकती है. भारत में Omicron के मामलों की संख्या बढ़कर 578 हो गई है. दिल्ली (Delhi) में Omicron के सबसे ज्यादा 142 और दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र (Maharashtra) में Omicron के 141 मामले पाए गए हैं.
दिल्ली में लगा नाइट कर्फ्यू
इस बीच दिल्ली में आज (सोमवार) से नाइट कर्फ्यू (Night Curfew) लागू करने का फैसला किया गया है. रात के 11 बजे से लेकर सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू दिल्ली में (Night Curfew In Delhi) लागू रहेगा. डीडीएमए (DDMA) ने नाइट कर्फ्यू के लिए औपचारिक आदेश जारी किया है. अगले आदेश तक दिल्ली में नाइट कर्फ्यू लागू रहेगा. कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों के मद्देनजर दिल्ली में नाइट कर्फ्यू लगाने का फैसला किया गया है.
किन लोगों को होगी घर से निकलने की अनुमति
बता दें कि नाइट कर्फ्यू के दौरान सिर्फ एसेंशियल वर्कर्स (Essential Workers) को ही घर से बाहर निकलने की अनुमति है. स्वास्थ्य से जुड़े और इमरजेंसी केस में भी लोग रात के समय दिल्ली में घर से बाहर निकल सकते हैं.
दिल्ली में बढ़ी कोरोना संक्रमण की दर
जान लें कि देश की राजधानी में रविवार को कोरोना के 290 मामले सामने आए, वहीं 1 संक्रमित की मौत हो गई. दिल्ली में कोरोना संक्रमण की दर 0.55 फीसदी तक पहुंच गई है. दिल्ली में अब तक कोविड-19 के 14 लाख 43 हजार 352 मामले सामने आ चुके हैं. वहीं कोरोना से दिल्ली में अब तक 25 हजार 105 मरीजों की मौत हो चुकी है. इस वक्त दिल्ली में कोरोना के 1,103 एक्टिव केस हैं, जिनका इलाज जारी है. 583 कोरोना संक्रमितों को होम क्वारंटाइन किया गया है.
इन राज्यों में लागू हो चुका है नाइट कर्फ्यू
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा और कर्नाटक में नाइट कर्फ्यू पहले ही लागू किया जा चुका है. माना जा रहा है कि दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते येलो अलर्ट जल्द जारी कर दिया जाएगा. येलो अलर्ट के तहत नाइट कर्फ्यू, स्कूलों, कॉलेजों, गैरजरूरी सामान की दुकानों को बंद करना, मेट्रो ट्रेनों में आधी क्षमता के साथ बैठने की व्यवस्था और अन्य पाबंदियां लगाई जाएंगी.