ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने भारत बायोटेक को इंट्रानैसल बूस्टर डोज के ट्रायल की इजाजत दे दी है। ट्रायल 9 अलग-अलग जगहों पर किए जाएंगे। रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रायल में 900 लोग शामिल होंगे।
इससे पहले गुरुवार को डीसीजीआई ने दोनों वैक्सीन को बाजार में उतारने की मजूरी दी। वहीं बाजार में बिकने को लेकर डीसीजीआई शर्त भी रखी है। वैक्सीन लगवाने के लिए गाइडलाइन का पालन करना भी अनिवार्य होगा।
मेडिकल स्टोर में नहीं मिलेगी वैक्सीन
डीजीसीआई के मुताबिक, मेडिकल स्टोर पर वैक्सीन नहीं मिलेगी। टीके की खुराक अस्पताल और क्लीनिक से खरीदी जा सकती है। टीकाकरण डाटा हर छह महीने में डीसीजीआई को जमा करना होगा। CoWIN ऐप पर भी डाटा अपडेट किया जाएगा।
नि:शुल्क टीकाकरण का सरकारी अभियान जारी रहेगा
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने जानकारी देते हुए कहा कि नि:शुल्क टीकाकरण का सरकारी अभियान जारी रहेगा। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने अब कोवैक्सिन और कोविशील्ड की अनुमति को आपातकालीन स्थितियों में प्रतिबंधित उपयोग के साथ वयस्क आबादी के लोगों को कुछ शर्तों के साथ अनुमति दी है।
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95 प्रतिशत आबादी को पहली खुराक
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में अब तक 95% लोगों को पहली खुराक और 74% लोगों को दूसरी खुराक लग चुकी है। जबकि 97.03 लाख की आबादी को बूस्टर डोज लग चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने आगे बताया कि 27 जनवरी तक भारत में 22,02,472 कोरोना के सक्रिय मामले हैं। मामले की सकारात्मकता दर 17.75% (पिछले एक सप्ताह में) है। 11 राज्यों में 50,000 से अधिक सक्रिय मामले हैं। महाराष्ट्र, कर्नाटक और केरल में 3 लाख से अधिक सक्रिय मामले हैं।