बिहार में किसानों से धान खरीद का कार्य चल रहा है. इसके तहत अब तक 32 लाख मीट्रिक टन से अधिक की खरीददारी हो चुकी है. धान अधिप्राप्ति को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी सहकारिता विभाग के साथ बैठक की है .
Patna: बिहार में किसानों से धान खरीद का कार्य चल रहा है. इसके तहत अब तक 32 लाख मीट्रिक टन से अधिक की खरीददारी हो चुकी है. धान अधिप्राप्ति को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी सहकारिता विभाग के साथ बैठक की है . उन्होंने भी धान खरीददारी की रफ्तार पर संतोष व्यक्त किया है.
अधिकारियों का कहना है कि बिहार में खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 के तहत धान अधिप्राप्ति की जा रही है. चरणबद्ध तरीके से धान अधिप्राप्ति की प्रक्रिया शुरू की गई है. किसानों को समय से भुगतान किया जा रहा है, इससे उन्हें काफी फायदा हो रहा है. सहकारिता विभाग की सचिव बंदना प्रेयसी ने बताया कि लक्ष्य के अनुरूप सभी जिलों से धान का क्रय किया जा रहा है. अब तक 4 लाख 50 हजार किसानों के माध्यम से 32 लाख 61 हजार मीट्रिक टन की रिकॉर्ड धान अधिप्राप्ति की गई है.
प्रोक्योरमेंट पोर्टेबिलिटी सिस्टम लागू की गई है, इसके माध्यम से 35 हजार किसानों द्वारा अब तक 2 लाख 63 हजार मीट्रिक टन धान अधिप्राप्ति की गई है. उन्होंने बताया कि धान अधिप्राप्ति के लिए 15 फरवरी तक की समय सीमा निर्धारित की गई है. मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक में कहा कि हमलोगों ने अपने यहां सबसे पहले पैक्स के माध्यम से धान अधिप्राप्ति की शुरूआत करायी, इससे किसानों को काफी लाभ हो रहा है.
उन्होंने संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि अब तक 4 लाख 50 हजार किसानों से 32 लाख 61 हजार मीट्रिक टन की रिकॉर्ड धान अधिप्राप्ति हो चुकी है. उन्होंने कहा कि इस वर्ष 15 फरवरी तक धान अधिप्राप्ति की समय सीमा निर्धारित की है, इच्छुक किसान समय सीमा में इसका लाभ उठाएं. मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुये कहा कि किसानों को धान अधिप्राप्ति में किसी प्रकार की समस्या न हो इसके लिए निरंतर निगरानी की जानी चाहिए.
उन्होंने धान अधिप्राप्ति का भुगतान किसानों को समय करते रहने के भी निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में उसना चावल की खपत अधिक है. इसको लेकर उसना चावल के मिलों की संख्या और बढ़ाई जाए. अरवा चावल मिलर्स को उसना मिल में कन्वर्ट करने के लिए प्रेरित किया जाय.
(इनपुट: आईएएनएस)