सोलन जिला की पर्यटन नगरी कसौली व चायल में गुरुवार से बर्फबारी का दौर जारी है। कसौली चायल के अलावा बड़ोग डगशाई करोल टिब्बा अर्की उपमंडल के धार्मिक पर्यटन स्थल बाड़ीधार आदि अनेकों स्थलों व ऊंची चोटियों पर शुक्रवार सुबह से ही बर्फबारी शुरू हो गई है।
सोलन, संवाद सहयोगी। सोलन जिला की पर्यटन नगरी कसौली व चायल में गुरुवार से बर्फबारी का दौर जारी है। कसौली, चायल के अलावा बड़ोग, डगशाई, करोल टिब्बा, अर्की उपमंडल के धार्मिक पर्यटन स्थल बाड़ीधार आदि अनेकों स्थलों व ऊंची चोटियों पर शुक्रवार सुबह से ही बर्फबारी शुरू हो गई है। बर्फबारी से चायल क्षेत्र में कई संपर्क मार्ग भी अवरुद्ध हो गए हैं, जिससे लोगों को आवाजाही के लिए भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
जिला में बर्फबारी व बारिश से शीतलहर के प्रकोप से लोग घरों में ही दुबकने को मजबूर है। पर्यटन स्थल के बाजारों में भी पर्यटकों व लोगों की चहलपहल न होने से सन्नाटा पसरा हुआ है। मैदानी राज्यों के पर्यटकों का कसौली पहुंचना शुरू हो गया है। कसौली में सीजन के यह दूसरा हिमपात है जबकि चायल में तीसरी बार हिमपात हो रहा है। बर्फबारी के साथ साथ तेज बारिश होने से लोग व पर्यटक सड़कों पर नहीं निकल पा रहे। चायल के काली टिब्बा, चायल पैलेस, साधुपुल व अन्य स्थलों पर पर्यटकों की आवाजाही शुरू हो गई है।
बर्फ से फलदार फसलों व पेयजल स्त्रोतों को मिलेगी संजीवनी
जिला में हो रही अच्छी बर्फबारी से जहां फलदार फसलों संजीवनी मिलेगी वहीं सूखने की कगार पर पहुंचने वाले प्राकृतिक पेयजल स्त्रोतों में गर्मियों में पानी की कमी नहीं रहेगी। बर्फ से जहां खेतों में नमी बनी रहती है, वहीं हिल स्टेशनों में यह लोगों के लिए रोमांच के पल लाती है। कसौली, चायल व बड़ोग में होटल व्यवसाय व दुकानदारों के चेहरे भी बर्फबारी से खिल गए हैं। मैदानी राज्यों ले पर्यटक भारी संख्या में इन हिल स्टेशनों पर बर्फबारी देखने के लिए उमड़ते हैं। इससे होटल कारोबारियों के व्यवसाय में वृद्धि होती है वहीं छोटे दुकानदारों की बिक्री भी बढ़ जाती है।