eNPS का सेवा शुल्क अंशदान के 0.10 प्रतिशत से बढ़ाकर अंशदान का 0.20 प्रतिशत कर दिया गया है। यानि न्यूनतम 15 रुपये और अधिकतम 10000 रुपये किया गया है। यह रिवाइज्ड फीस 15 फरवरी 2022 से प्रभावी होगी।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। अगर आप National Pension System (NPS) में खाता खोलना चाहते हैं तो आपकी जेब ज्यादा कटेगी। जी हां, पेंशन फंड नियामक और विकास प्राधिकरण (PFRDA) ने पॉइंट ऑफ प्रेजेंस (पीओपी) आउटलेट पर दी जाने वाली एनपीएस से संबंधित सेवाओं के शुल्क में बढ़ोतरी की है। एग्जिट और विड्राल की प्रोसेसिंग पर सेवा शुल्क (Service Fees) बदला गया है। एग्जिट और विड्राल की प्रोसेसिंग को कम से कम 125 रुपये और अधिकतम शुल्क 500 रुपये कर दिया गया है।
eNPS प्लेटफॉर्म के लिए फीस कब से लागू
eNPS का सेवा शुल्क अंशदान के 0.10 प्रतिशत से बढ़ाकर अंशदान का 0.20 प्रतिशत कर दिया गया है। यानि न्यूनतम 15 रुपये और अधिकतम 10,000 रुपये किया गया है। यह रिवाइज्ड फीस 15 फरवरी, 2022 से प्रभावी होगी। पीओपी के पास ग्राहकों के साथ शुल्क को लेकर मोलभाव करने का विकल्प होगा लेकिन तय न्यूनतम और अधिकतम फीस स्ट्रक्चर में ही पेमेंट लेना होगा।
सबस्क्राइबर के रजिस्ट्रेशन के वक्त
पहले, शुल्क 200 रुपये तय किया गया था। अब इसकी सीमा 200 रुपये और अधिकतम 400 रुपये के बीच बढ़ाई गई है, जो इस स्लैब के भीतर नेगोशिएबल है।
अंशदान के वक्त
मौजूदा समय में अगर कोई व्यक्ति पीओपी के माध्यम से NPS खाते में 5,000 रुपये का निवेश करता है तो पीओपी 12.50 रुपये (5,000 रुपये का 0.25 प्रतिशत) चार्ज करना चाहिए और न्यूनतम फीस 20 रुपये है। अब नए पीओपी शुल्क के साथ अगर कोई व्यक्ति पीओपी से एनपीएस खाते में 5,000 रुपये का निवेश करता है तो 25 रुपये (5,000 रुपये का 0.50 प्रतिशत) चार्ज करना चाहिए और न्यूनतम फीस बढ़ाकर 30 रुपये की गई है।
दूसरे कामों के वक्त
सभी गैर-वित्तीय लेनदेन के लिए शुल्क 20 रुपये से बढ़ाकर 30 रुपये कर दिया गया है। Persistency fees की सीमा 50 रुपये प्रति वर्ष थी। हरेक ग्राहक के लिए पीओपी को Persistency fees मिलती है। ऐसा ग्राहक जिसका खाता उनके द्वारा खोला गया है और जो एक वित्तीय वर्ष में न्यूनतम 1000 रुपये का योगदान देता है। सब्सक्राइबर को एक वित्तीय वर्ष में छह महीने से अधिक के लिए पीओपी से जुड़ा होना चाहिए। अब इसे 1000 रुपये से 2999 रुपये के बीच वार्षिक योगदान के लिए 50 रुपये सालाना कर दिया गया है। 3000 रुपये से 6000 रुपये के बीच की रकम के लिए 75 रुपये और 6000 रुपये से ऊपर के लिए 100 रुपये होंगे।