Maharashtra संजय राउत ने कहा कि शिवसेना को केंद्रीय एजेंसियों के इस्तेमाल की धमकी नहीं देनी चाहिए। उन्होंने दावा किया कि अगले कुछ दिनों में भाजपा के कुछ नेता सलाखों के पीछे होंगे। जिन नेताओं का वह जिक्र कर रहे थे उनका नाम लेने से इन्कार किया।
मुंबई, प्रेट्र। शिवसेना सांसद संजय राउत ने सोमवार को कहा कि उनकी पार्टी को केंद्रीय एजेंसियों के इस्तेमाल की धमकी नहीं देनी चाहिए। उन्होंने दावा किया कि अगले कुछ दिनों में भाजपा के कुछ नेता सलाखों के पीछे होंगे। जिन नेताओं का वह जिक्र कर रहे थे, उनका नाम लेने से इन्कार करते हुए संजय राउत ने संवाददाताओं से कहा कि वह मंगलवार को मुंबई में शिवसेना के मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान इसका खुलासा करेंगे, जहां पार्टी के प्रमुख नेता मौजूद रहेंगे। उन्होंने यह भी दावा किया कि पिछले साल नवंबर में मनी लांड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा गिरफ्तार किए गए राज्य के पूर्व मंत्री अनिल देशमुख जल्द ही जेल से बाहर होंगे। भाजपा ने अतीत में महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी (एमवीए-शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस) सरकार के नेताओं के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं।
केंद्रीय एजेंसियों की दादागिरी का जवाब देंगे
संजय राउत ने कहा कि शिवसेना और ठाकरे परिवार के खिलाफ लगाए गए सभी झूठे आरोपों और केंद्रीय एजेंसियों की दादागिरी का जवाब दिया जाएगा। हमें केंद्रीय एजेंसियों के इस्तेमाल की धमकी न दें। हम डरने वाले नहीं हैं। तुम जो चाहो करो, मैं डर नहीं सकता। वे यह कहते रहते हैं कि वह नेता अनिल देशमुख के लाकअप के बगल में जेल जाएगा। मुझे लगता है कि भाजपा के साढ़े तीन लोग अगले कुछ दिनों में अनिल देशमुख की जेल में होंगे और देशमुख बाहर हो जाएंगे। सांसद ने कहा कि हर कोई जानता है कि वह किस बारे में बात कर रहा है।
एमवीए सरकार को गिराने में मदद करने के लिए कुछ लोगों ने मुझसे किया था संपर्कः संजय राउत
संजय राउत ने पिछले हफ्ते दावा किया था कि एमवीए सरकार को गिराने में मदद करने के लिए कुछ लोगों ने उनसे संपर्क किया था। राउत ने राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू को भेजे पत्र में ईडी पर उनको फर्जी तरीके से फंसाने के लिए कई हथकंडे अपनाने की शिकायत की है और लोकतंत्र की रक्षा के लिए उनसे हस्तक्षेप का आग्रह किया है। इसमें उन्होंने ईडी पर भाजपा और केंद्र सरकार के इशारे पर दबाव बनाने के कई गंभीर आरोप लगाए हैं। राउत ने इस पत्र की प्रति राहुल गांधी, शरद पवार, मल्लिकार्जुन खड़गे, डेरेक ओ ब्रायन, रामगोपाल यादव, सतीश मिश्रा, मनोज झा, त्रिची शिवा समेत तमाम विपक्षी नेताओं को भेजी है।